उज्जैन। जिले के एक पुराने सूखे तालाब में निकले शिवलिंग महाकाल शिवलिंग के रूप में दिखाई दे रहे हैं। शिवलिंग पर नक्काशीदार श्रृंगार भी किया गया है। गांव के एक ग्रामीण को जमीन में दबी हुई और ऊपरी सतह पर थोड़ी निकली हुई यह शिवलिंग प्रतिमा जब दिखी और इसे निकाला गया तो ग्रामीण भी आश्चर्य में पड़ गए। ग्रामीण इसे भगवान महाकाल का चमत्कार मान रहे हैं और अब इस शिवलिंग प्रतिमा को लेकर भव्य मंदिर बनाने की ग्रामीण योजना बना रहे हैं।
उज्जैन जिले के बडऩगर तहसील में आने वाली सुवासा ग्राम पंचायत क्षेत्र में कई वर्षों पुराना तालाब है और इस तालाब को बड़ा तालाब के नाम से पहचाना जाता है। यह तालाब 15 गांव से ज्यादा की सीमा क्षेत्र का सबसे बड़ा तालाब क्षेत्र है। वर्ष भर में कई धार्मिक अवसरों पर इस तालाब क्षेत्र में ग्रामीण महिला पुरुष यहां पूजा अर्चना करते हैं। लेकिन वर्तमान में यह तालाब सूख गया है। लेकिन इस तालाब भूमि से जो चमत्कार हुआ है। ग्रामीणों उसे महाकाल का चमत्कार मान रहे हैं। ग्राम पंचायत सुवासा के ग्रामीण बताते हैं कि गांव के स्थानीय निवासी विष्णु टेलर अपने खेत की तरफ जाते हुए जब तालाब क्षेत्र की ओर गए तो तालाब के मुख्य रास्ते पर जमीन में आधी दबी हुई और जमीन की मुख्य सतह पर शिव प्रतिमा दिखाई दी ग्रामीण द्वारा यह सूचना गांव के सभी लोगों को दी गई। किसान विष्णु टेलर और ग्रामीण जनों ने जगह की खुदाई कर शिव प्रतिमा को बाहर निकाला और ग्रामीणों ने शिव प्रतिमा का पूजन पाठ कर किसान विष्णु टेलर के घर रखवा दिया। ग्राम पंचायत सुवासा के सरपंच राधाबाई और सरपंच प्रतिनिधि अनिल नाथ को जब पता चला कि गांव में इस तरह का चमत्कार हुआ है तो किसान के घर पहुंचे और शिव प्रतिमा के दर्शन कर पूजा अर्चना की और बडऩगर के प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवाया। ग्रामीणों द्वारा अब शासन की मदद से मूर्ति निकलने वाले स्थान पर एक भव्य शिव मंदिर बनाने की संकल्प और योजना है। जिस तरह की प्राचीन और नक्काशी दार यह प्रतिमा है। प्रशासन को पुरातत्व विभाग द्वारा इस प्रतिमा इतिहास की जानकारी के बारे में भी पता लगाना चाहिए।
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