नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक जीतने वाली चीन की भारोत्तोलक झीहुई होऊ से गोल्ड वापस लिया जा सकता है। दरअसल, झीहुई का डोपिंग रोधी अधिकारियों द्वारा टेस्ट किया जाएगा और यदि वह इसमें विफल रहती हैं, तो भारतीय भारत्तोलक मीराबाई चानू के रजत पदक को गोल्ड में बदल दिया जाएगा।
सामचार एजेंसी एएनआई ने घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सूत्र के हवाले से बताया, ‘होऊ को टोक्यो में रहने के लिए कहा गया है और इस दौरान उनका डोपिंग टेस्ट किया जाएगा।’
Tokyo Olympics: Weightlifter Hou to be tested by anti-doping authorities, silver medallist Chanu stands chance to get medal upgrade
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— ANI Digital (@ani_digital) July 26, 2021
बता दें कि चीनी खिलाड़ी झीहुई होउ ने ओलंपिक के दूसरे दिन यानी शनिवार को कुल 210 किग्रा का भार उठाकर स्वर्ण पदक जीता था और एक नया ओलंपिक रिकॉर्ड भी बनाया था।
बात करें नियमों की तो इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि अगर कोई एथलीट डोपिंग टेस्ट में फेल हो जाता है, तो सिल्वर जीतने वाले एथलीट को गोल्ड से सम्मानित किया जाएगा। मीराबाई चानू ने शनिवार को टोक्यो इंटरनेशनल फोरम में महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतकर भारत को पहला पदक दिलाया था।
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