नई दिल्ली (New Delhi) । हरियाणा (Haryana) का नूंह (Nuh) एक बार फिर सुलगते-सुलगते बचा. यहां गुरुवार शाम एक धार्मिक रिवाज के लिए जा रही महिलाओं (women) पर पत्थरबाजी (pelting stones) की घटना सामने आई थी. जिसके बाद इलाके में तनाव व्याप्त हो गया था. इस घटना में आठ महिलाएं घायल हो गई थीं. पुलिस ने शनिवार को कहा कि पथराव की एक घटना के सिलसिले में तीन नाबालिगों को पकड़ा गया था. उन्होंने बताया कि उनमें से एक, नौ वर्षीय बच्चे को बाल कल्याण समिति के सामने पेश करने के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया, जबकि दो अन्य, जिनकी उम्र 12 साल थी, को किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश करने के बाद सुधार गृह भेज दिया गया.
आठ महिलाएं हो गई थीं घायल
गुरुवार रात नूंह में एक मस्जिद और मदरसे से कुछ अज्ञात लोगों द्वारा कथित तौर पर पथराव करने से आठ महिलाएं घायल हो गईं थी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शनिवार को कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है लेकिन अभी तक किसी अन्य की भूमिका सामने नहीं आई है. पुलिस ने इस घटना के संबंध में शुक्रवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. पुलिस ने तीन नाबालिगों से उनके माता-पिता की मौजूदगी में पूछताछ की और बाद में उन्हें पकड़ लिया गया.
कुआं पूजन के लिए जा रही थीं महिलाएं
नूंह पुलिस के प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने कहा कि, “तीनों मदरसे के छात्र हैं और सीसीटीवी फुटेज में कैद होने के बाद उन्हें पकड़ लिया गया. अन्य लोगों की संलिप्तता अभी सामने नहीं आई है लेकिन आगे की जांच चल रही है. अगर हमें जांच के दौरान किसी अन्य की संलिप्तता मिलती है, तो कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी”, मामला नूंह के वार्ड 11 के निवासी रामोतार की शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था, जिन्होंने कहा था कि उन्होंने गुरुवार को अपने छोटे भाई के बेटे के लिए ‘कुआं पूजन’ समारोह आयोजित किया था. दूसरी ओर, मदरसा अधिकारियों ने दावा किया कि बच्चे छत पर चप्पलों और कंकड़-पत्थरों के साथ खेल रहे थे, तभी कुछ लोग गलती से जुलूस से टकरा गए.
इस बीच विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने पथराव की घटना की कड़ी निंदा की है. शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीएचपी के प्रदेश अध्यक्ष पवन कुमार ने कहा कि वे उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहते हैं.
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