नई दिल्ली (New Delhi) । भारतीय कुश्ती महासंघ के मौजूदा प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह (Chief Brij Bhushan Sharan Singh) पर यौन उत्पीड़न (sexual harassment) का आरोप लगाने वाली 17 वर्षीय पहलवान के पिता बुधवार को यू-टर्न लेते हुए अपने बयान से पलट गए हैं। नाबालिग पहलवान (underage wrestler) के पिता ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। भाजपा सांसद पर उनकी बेटी से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। अब नाबालिग पहलवान के पिता ने शिकायत वापस ले ली। अपने पहले के रुख से पलटते हुए, नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा कि उनकी बेटी ने अखिल भारतीय कुश्ती महासंघ से भेदभाव किए जाने पर गुस्से में ये शिकायत दर्ज की थी। उन्होंने बुधवार को कहा, “बृजभूषण ने मेरी बेटी के साथ गलत व्यवहार नहीं किया। यौन उत्पीड़न की कोई घटना नहीं हुई, लेकिन मेरी बेटी के साथ भेदभाव किया गया।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं इस लड़ाई में अकेला था। कुछ पहलवानों को छोड़कर किसी ने मेरा साथ नहीं दिया। मामला सामने आने के बाद से मेरा परिवार दहशत में जी रहा है। मैंने 5 जून को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में स्पष्ट कर दिया था कि महासंघ के अध्यक्ष ने किसी तरह का उत्पीड़न नहीं किया। लेकिन मैं भेदभाव की शिकायत से दूर नहीं जा रहा हूं।”
एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब नाबालिग के पिता से पूछा गया कि क्या उन्होंने किसी के दबाव में अपना बयान बदला है? इस पर पहलवान के पिता कहते हैं, ”कोई लालच, डर या दबाव नहीं है। हमने खुद बयान बदला है। मेरी बेटी नाबालिग है। हमने केस वापस नहीं लिया है। बस बयान बदल दिया।”
गौरतलब हो कि दिल्ली पुलिस ने नाबालिग के पिता की एफआईआर के आधार पर छह बार के भाजपा सांसद के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम के तहत जांच शुरू की थी। नाबालिग पहलवान के पिता के पहले के आरोपों से पीछे हटने के बाद माना जा रहा है कि बृजभूषण के खिलाफ आरोपों की कड़ी कुछ हद तक कम हो गई है।
इसी बीच बुधवार को ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक (Bajrang Punia and Sakshi Malik) ने केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की। करीब पांच घंटे तक चली बैठक के बाद मलिक और पुनिया ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें यह भी आश्वासन दिया गया है कि पहलवानों के खिलाफ एफआईआर वापस ले ली जाएंगी। विरोध करने वाले पहलवानों और उनके कई समर्थकों पर कानून और व्यवस्था (law & Order) के उल्लंघन के लिए 28 मई को मामला दर्ज किया गया था।
हालांकि, मलिक और पुनिया दोनों ने जोर देकर कहा कि उनका आंदोलन खत्म नहीं हुआ है और उन्होंने सरकार के अनुरोध पर केवल 15 जून तक वे अपना विरोध स्थगित कर रहे हैं। इस बीच कार्रवाई नहीं हुई तो वह अपना विरोध जारी रखेंगे। बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा कि बैठक अच्छे माहौल और सकारात्मक तरीके से हुई और सरकार ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों की मांगों को स्वीकार कर लिया है।
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