नई दिल्ली । नोएडा सेक्टर-27 स्थित निजी स्कूल(Private School located in Noida Sector-27) में पढ़ने वाली साढ़े तीन साल की बच्ची (three and a half year old girl)से डिजिटल दुष्कर्म के मामले (digital rape cases)में स्कूल प्रबंधन (School Management)ने शनिवार को प्रिंसिपल और हेड मिस्ट्रेस को निलंबित कर दिया। मामले में दोनों की लापरवाही सामने आई है। सुबह 100 से ज्यादा अभिभावकों के स्कूल के सामने विरोध-प्रदर्शन के बाद प्रबंधन ने यह निर्णय लिया। अभिभावकों से स्कूल प्रबंधन ने बातचीत भी की। स्कूल में बच्ची से हुई डिजीटल दुष्कर्म की घटना के बाद से स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों में घटना को लेकर काफी आक्रोश है।
अभिभावकों को अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। वहीं मामले में स्कूल की तरफ से लापरवाही करने की बात सामने आई। इसके बाद घटना से आक्रोशित 150 से ज्यादा अभिभावक शनिवार को सुबह आठ बजे स्कूल के गेट के सामने आ गए। प्रबंधन की तरफ से कोई भी मिलने के लिए तैयार नहीं हुआ और स्कूल के गेट को बंद कर दिया गया। इससे नाराज अभिभावक स्कूल के सामने जमकर प्रदर्शन और हंगामा करने लगे। अभिभावकों ने बताया कि जब वह लोग सुबह स्कूल के सामने पहुंचे तो वहां पर वह लोग प्रिंसिपल और प्रबंधन के अन्य लोगों से बातचीत करने की मांग रहे थे। मिलने के लिए नहीं पहुंचने पर वे सभी लोग सेक्टर 27 स्थित डीएम ऑफिस पहुंच गए। इस दौरान उनकी डीएम मनीष कुमार वर्मा से बातचीत हुई। उन्होंने मामले की जानकारी अन्य अधिकारियों से ली। डीआईओएस और एडीसीपी नोएडा के साथ अन्य अधिकारी पहुंचे।
अभिभावकों ने घटना में शामिल सभी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की। स्कूल के सभी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे को लगाने और उसका एक्सेस अभिभावकों को देने की मांग की। जूनियर विंग में सभी जगहों पर महिला कर्मचारियों को तैनात करने के साथ ही कई अन्य मांगे की। एडीसीपी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि अभिभावकों और प्रबंधन के बीच शांति पूर्ण बातचीत कराई गई। स्कूल प्रबंधन सभी मांगें पूरी करने के लिए तैयार है।
सुरक्षा व्यवस्था एक हफ्ते में चाक-चौबंद होगी
मामले में अभिभावकों के साथ दोपहर दो बजे प्रबंधन के साथ हुई बैठक के दौरान मामले में प्रिंसिपल और हेड मिस्ट्रेस की तरफ से लापरवाही करने पर उनको तत्काल निलंबित कर दिया गया। प्रबंधन की तरफ से एक हफ्ते के अंदर स्कूल में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए कहा गया है। सभी मांगें पूरी करने की बात कही है।
मामले की जांच के लिए डीएम ने कमेटी बनाई
मामले में आक्रोशित परिजनों की शिकायत के बाद डीएम मनीष कुमार वर्मा ने पूरी घटना की जांच के लिए सिटी मजिस्ट्रेट और डीआईओएस के अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी बनाई है। मामले में कमेटी की जांच के बाद मामले में जिनकी भूमिका निकल कर सामने आएगी। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डीआईओएस धर्मवीर सिंह ने कहा, अभिभावकों के साथ बैठक के दौरान प्रबंधन की तरफ से उनके द्वारा उठाई गई सभी मांगों को एक हफ्ते के अंदर पूरी करने के लिए कहा गया है। मामले में शुरुआती जांच में प्रिंसिपल और हेड मिस्ट्रेस की लापरवाही सामने आने के बाद प्रबंधन ने निलंबित कर दिया है।
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