संतनगर। उप नगर निवासी बैंक कर्मी अजीत फुलवानी से शाजापुर में मंत्री के रिश्तेदारों द्वारा की गई बेरहमी से मारपीट तथा पिटने वाले बैंक कर्मी पर ही पुलिस द्वारा झूठा अडी़बाजी का प्रकरण दर्ज कर उसे जेल भेजने की घटना का वीडियो वायरल होने पर सिंधी समाज में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है ।समाज के तमाम संगठनों ने उक्त घटना की निंदा करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि शाजापुर थाना प्रभारी को निलंबित कर समूचे मामले की जांच आईपीएस अधिकारी से करवाई जाए तथा मारपीट करने वाले मंत्री के रिश्तेदारों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाए अगर ऐसा नहीं हुआ तो प्रदेश का सिंधी समाज इस मामले को लेकर सड़कों पर उतर आएगा ।
सिंधी सेंट्रल पंचायत के अध्यक्ष एवं मध्य प्रदेश विधानसभा के पूर्व प्रमुख सचिव भगवान देव ईसरानी ने बताया कि शाजापुर में शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के रिश्तेदारों ने सेंट्रल बैंक में पदस्थ नरेश फुलवानी से मारपीट की। मंत्री ओर रिश्तेदारों ने नरेश को जान से मारने की धमकी दी है लेकिन पुलिस ने नरेश की रिपोर्ट लिखने के बजाय उसे ही बंद कर जेल भेज दिया है। घटनास्थल का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें मंत्री के रिश्तेदार दौड़ा-दौड़ा कर मारपीट कर रहे हैं इसके बावजूद रिपोर्ट ना लिखना प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल है। उन्होंने पीडि़त परिवार के घर जाकरउनकी पत्नी तथा कैंसर पीडि़त माता से मुलाकात की। उन्होंने बैंक कर्मी के परिजनों को आश्वासन दिया कि सिंधी समाज उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए पूरी शक्ति के साथ मैदान में उतरेगा।
कांग्रेस नेता नरेश ज्ञानचंदानी ने भी इस घटना पर दुख प्रकट करते हुए काहे के थाना प्रभारी ने मंत्री के दबाव में आकर पीटने वाले बैंक कर्मी परी झूठा मुकदमा कायम कर उसे जेल भेज दिया जो निंदनीय है उन्होंने थाना प्रभारी व मंत्री एवं उसके रिश्तेदारों पर कार्रवाई की मांग की है।
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