भोपाल। कृषि कानूनों को लेकर भाजपा लगातार किसानों का गुस्सा शांत करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। किसान सम्मेलन के बाद अब बीजेपी नया अभियान शुरू कर रही है। इसके तहत मंत्री-विधायक कृषि कानूनों के फायदे समझाने के लिए खेत में चौपाल लगाएंगे। अभियान की शुरुआत कृषि मंत्री कमल पटेल ने गृह जिले हरदा से की है। पटेल यहां आधा दर्जन गांवों में जाकर खेत में खाट लगाएंगे। वे किसानों को बताएंगे कि कैसे कृषि कानून से उनके जीवन में बदलाव लाएगा। दूसरी तरफ, कृषि कानूनों के समर्थन में कांग्रेस स्थापना दिवस पर 28 दिसंबर को बड़े आंदोलन की तैयारी में जुट गई है। पता चला है कि कांग्रेस 28 दिसंबर को शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधानसभा को घेरने की रणनीति भी बना रही है। कृषि मंत्री कमल पटेल ने पहली चौपाल हरदा के ग्राम धुरगाड़ा में लगाई। यहां उन्होंने कहा कि अब तक बिचौलिए किसानों के लाभ को हजम कर जाते थे। इन कानूनों के आने के बाद किसानों को वाजिब हक मिलेगा। पटेल ने चौपाल में कहा कि कानून किसानों के हित में लाए गए हैं। इससे किसानों की आय बढ़ेगी। खेती का उन्नत स्वरूप विकसित होगा। गांव में कृषि आधारित अधोसंरचनात्मक विकास होगा। किसान अपने उद्योग खुद लगा सकेंगे। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार किसानों की आय को न सिर्फ दोगुना करेगी, बल्कि किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त और समृद्ध बनाने का प्रयास करेगी।
स्थापना दिवस किसानों को समर्पित करेगी कांग्रेस
कांग्रेस स्थापना दिवस 28 दिसंबर को है। इसके बहाने कांग्रेस प्रदेश भर के किसानों को भोपाल बुलाकर बड़ा आंदोलन करने की तैयारी कर रही है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अपने स्थापना दिवस को किसानों को समर्पित करेगी। इस संबंध में सभी जिला अध्यक्षों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं। चूंकि इसी दिन विधानसभा के शीतकालीन सत्र का पहला दिन है। ऐसे में कांग्रेस तीनों कृषि कानूनों के समर्थन में विधानसभा को घेरने की तैयारी भी कर रही है।
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