ग्वालियर (Gwalior)। अगले महीने होने जा रहे मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Assembly Elections) को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है। शायद आज या कल आचार सहिता (Code of conduct) भी लग सकती है, लेकिन अभी तक पार्टियों ने पूरे प्रत्याशी घोषित नहीं किए, हालांकि भाजपा ने अपने 78 प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं। तो वहीं इस बार का विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार करने वालीं खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया (Yashodhara Raje Scindia) 5 अक्टूबर को ग्वालियर पहुंचीं. उन्होंने यहां मीडिया से अपने एक बयान को लेकर सफाई दी।
दरअसल, उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था, ‘मेरे जीवन में भी कठिन संघर्ष रहा है. सब लोग सोचते हैं कि राजमाता की बेटी है. लेकिन, सच्चाई यह है कि जीवन में बहुत चुनौतियां आईं. इन चुनौतियों से मुझे लड़ना पड़ा.’ राजे ने कहा कि मैंने ये बयान खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उनको प्रोत्साहित करने के लिए दिया था. इसको राजनीतिक अर्थ में न देखा जाए. मैंने बच्चों को संघर्ष के लिए प्रेरित करने के लिए ये बात कही थी इसका अलग अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ग्वालियर, शिवपुरी के खिलाड़ियों का परिणाम अच्छा है. मेडल जीतने वाले बच्चों के इलाकों का सर्वे कर वहां सेंटर शुरू करेंगे। इससे अच्छे बच्चे अकादमी में आएंगे। प्रियंका गांधी के कांग्रेस को आदिवासी हितेषी बताने पर उन्होंने कहा कि पता नहीं वे किन आदिवासी की बात कर रही हैं. आज आदिवासी सीएम शिवराज के काम की तारीफ करते हैं।
मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने से मना कर दिया है. सरकार और संगठन को चिट्ठी लिखकर उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने की बात कही है। इसके पीछे की वजह उन्होंने खराब स्वास्थ्य का होना बताया है। फिलहाल यशोधरा शिवपुरी विधानसभा सीट से विधायक है और अब आगे वह चुनाव नहीं लड़ना चाहती हैं। इसे लेकर यशोधरा ने अपने समर्थकों से भी चर्चा की है. वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें इस मामले में फिर विचार करने की सलाह दी है, लेकिन फिलहाल वह चुनावी मूड में बिल्कुल नजर नहीं आ रही हैं।
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