उज्जैन। प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव एवं स्कूल शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने मंगलवार को परम्परागत स्ट्रीट लाइट एवं घरेलू लाइट का ऊर्जा दक्ष एलईडी लाईट में परिवर्तित करने के राष्ट्रीय प्रोग्राम का बटन दबाकर दताना हवाई पट्टी पर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर सांसद अनिल फिरोजिया एवं महेन्द्रसिंह सोलंकी, विधायक पारस जैन व बहादुरसिंह चौहान, विवेक जोशी, बहादुरसिंह बोरमुंडला, इकबालसिंह गांधी, विशाल राजौरिया, संभागायुक्त आनन्द कुमार शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, डीआईजी मनीष कपूरिया, कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक सत्येन्द्र कुमार शुक्ला, एडीएम नरेन्द्र सूर्यवंशी, एएसपी अमरेन्द्रसिंह आदि उपस्थित थे। शुभारम्भ अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा शहर में एलईडी स्ट्रीट लाईट प्रोजेक्टर के नवीन प्रयोग के लिये शहरवासियों को बधाई दी और अच्छे प्रयोग की प्रशंसा की। इस कार्य में शुचिता का ध्यान रखा गया है, इसके लिए सबको शुभकामनाएं एवं बधाई। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल ने कहा कि स्ट्रीट लाईट ऑटोमैट्रिक सिस्टम पर रहेगी और सात साल की गारंटी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशन में उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए परम्परागत स्ट्रीट लाइट को स्वचलित नियंत्रण प्रणाली सहित एलईडी आधारित से प्रतिस्थापित करने का कदम उठाया है। एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेस लिमिटेड जो कि भारत सरकार की एक संस्था है, उज्जैन शहर में इस प्रोजेक्ट को क्रियान्वित करने हेतु एक क्रियान्वयन एजेन्सी के रूप में नियुक्त की गई है।
नगर निगम आयुक्त सिंघल ने परियोजना के मुख्य तत्व को अवगत कराते हुए कहा कि वर्तमान में कार्यरत परम्परागत स्ट्रीट लाईट्स बेहतर प्रकाश एवं ज्यादा लाईट की उच्च क्षमतायुक्त एलईडी आधारित स्ट्रीट लाईट से प्रतिस्थापित की जायेगी। शहर में लगभग 24 हजार से अधिक नग परम्परागत स्ट्रीट लाईट को उच्च क्षमतायुक्त एलईडी बेस्ड स्ट्रीट लाईट से प्रतिस्थापित होगी। प्रोजेक्ट की लागत 15 करोड़ रुपये से अधिक की है। बिजली बिल में सालाना लगभग चार करोड़ रुपये की बचत तथा आगामी लगभग पांच वर्षों में प्रोजेक्ट लागत की रिकवरी रहेगी और एलईडी पिक्चर्स की सात वर्ष की वारंटी होगी। एलईडी पिक्चर का चयन एवं स्थापना सडक़ की चौड़ाई के अनुसार तय की जायेगी। उक्त प्रणाली से लाभ यह रहेगा कि स्ट्रीट लाईट के समूह को कमांड सेन्टर से चालू एवं बन्द करने की व्यवस्था रहेगी। इसके बेहतर एवं दक्ष संधारण हेतु स्वत: चेतावनी प्रणाली एवं संधारण समय सारणी होगी और रियल टाईम एवं पूर्व के समय का डाटा उपलब्ध होगा।