मुंबई (Mumbai) । महाराष्ट्र (Maharashtra) के कैबिनेट मंत्री दीपक केसरकर (Deepak Kesarkar) ने दावा किया है कि अगर पिछले साल शिवसेना (Shiv Sena) नेतृत्व के खिलाफ बगावत नाकाम होती तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) खुद को गोली मार (Gun Shot) लेते। शिंदे के नेतृत्व वाले बागी विधायकों में शामिल केसरकर के मंगलवार को किए गए सनसनीखेज दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रतिद्वंद्वी शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने बुधवार को कहा कि मंत्री को किसी की आत्महत्या के इरादे के बारे में पता होने के कारण हिरासत में लिया जाना चाहिए।
दीपक केसरकर ने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे नीत मंत्रिमंडल में मंत्री रहे एकनाथ शिंदे का पिछले साल शिवसेना के स्थापना दिवस (19 जून) पर अपमान किया गया था। स्कूल शिक्षा मंत्री केसरकर ने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे सच्चे शिवसैनिक हैं।
उन्होंने कहा, ”शिंदे साहब सच्चे इंसान और सच्चे शिवसैनिक हैं। उन्होंने (शिंदे) कहा था ‘अगर मेरा विद्रोह विफल हो गया, तो मैं सभी (बागी) विधायकों को वापस भेज देता…मैं मातोश्री (उपनगरीय बांद्रा में ठाकरे परिवार का निजी आवास) फोन करता और कहता कि मैंने गलती की, विधायकों की गलती नहीं है और तब मैं अपने सिर में गोली मार लेता।”
महाराष्ट्र के मंत्री के बयान पर राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा, ”पुलिस को दीपक केसरकर को हिरासत में लेना चाहिए क्योंकि कोई आत्महत्या करने के बारे में सोच रहा और केसरकर इससे अवगत हैं। यदि कल वह (शिंदे का जिक्र करते हुए) विधानसभा अध्यक्ष के निर्णय (विधायकों की अयोग्यता पर) के बाद आत्महत्या कर लेते हैं, तो केसरकर को तुरंत हिरासत में ले लिया जाना चाहिए।”
पिछले साल 20 जून को, शिंदे सहित शिवसेना के 40 विधायकों ने नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी, जिससे पार्टी में विभाजन हो गया और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई। कुछ दिनों बाद, शिंदे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से नए मुख्यमंत्री के रूप में पदभार संभाला।
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