उज्जैन: बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन (Ujjain) में आयोजित पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) की कथा को लेकर मिनी कुंभ (Mini Kumbh) जैसा नजारा दिखाई दे रहा है. सुरक्षा के भी ऐसे आधुनिक इंतजाम (modern security arrangements) किए गए हैं जो सिंहस्थ या अन्य किसी बड़े धार्मिक आयोजन में किए जाते हैं. देशभर से आए श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रदेशभर के पुलिसकर्मियों और अधिकारियों (policemen and officers) को तैनात किया गया है.
उज्जैन के मुरलीपुरा इलाके में सिंहस्थ मेला क्षेत्र में पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा चल रही है. यह कथा 10 अप्रैल तक लगातार चलेगी. शिव महापुराण की कथा में देशभर के श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ गया है. श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ को देखते हुए पुलिस महकमे द्वारा सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं.
एडिशनल एसपी आकाश भूरिया के मुताबिक महाकालेश्वर मंदिर, कथा स्थल, रामघाट और शहर के अन्य मंदिरों में लगभग 1700 पुलिसकर्मी और अधिकारी तैनात किए गए हैं. यह पुलिस अधिकारी और कर्मचारी पूरे प्रदेश से बुलवाए गए हैं. उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए बम डिस्पोजल स्क्वाड की 2 टीम, मेटल डिटेक्टर, डॉग स्क्वाड कथा स्थल के आसपास लगातार चेकिंग कर रहे हैं. इसके अलावा ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे की मदद से भी भीड़ प्रबंधन और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं.
उज्जैन में सेवा दे चुके पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों को पूरे प्रदेश से कथा के सुरक्षा इंतजामों को बनाने के लिए बुलाया है. अशोकनगर में पदस्थ निरीक्षक सियाराम सिंह गुर्जर ने बताया कि उनकी 4 से 10 अप्रैल तक उज्जैन में ड्यूटी लगाई गई है . उन्होंने यह भी बताया कि कथा और महाकाल मंदिर के साथ-साथ घाटों पर मौजूद पुलिसकर्मी और अधिकारी पूरे प्रदेश से आए हैं. इसमें भिंड, मुरैना, अशोकनगर, गुना, भोपाल, इंदौर, देवास, शाजापुर, मंदसौर, नीमच, आगर आदि जिले के पुलिसकर्मी और अधिकारी शामिल है. अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाते समय खास बात यह रही है कि ऐसे लोगों को प्राथमिकता मिली है जो उज्जैन में पहले पदस्थ ले चुके हैं.
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