नई दिल्ली । पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh)के देपसांग क्षेत्र में भारत और चीन(India and China in Depsang area) के बीच सैन्य वार्ता (Military talks)में गतिरोध होने की अटकलों को भारतीय सेना ने खारिज(Indian Army dismissed) कर दिया है। सेना ने गुरुवार को अपने X (ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा कि कोई भी बाधा या विरोध उत्पन्न नहीं हुआ है। सेना ने कुछ मीडिया रिपोर्टों को “काल्पनिक और तथ्यहीन” बताया। सेना के अतिरिक्त महानिदेशक जनसंपर्क ने कहा कि बुधवार और गुरुवार को प्रकाशित कुछ रिपोर्टों में देपसांग और डेमचोक में गतिरोध की बात कही गई थी।
भारतीय सेना के अनुसार, “यह स्पष्ट किया जाता है कि देपसांग और डेमचोक में डिसएंगेजमेंट पूरा हो चुका है और सहमति के अनुसार योजना के तहत पारंपरिक क्षेत्रों में पेट्रोलिंग शुरू हो चुकी है। इस प्रक्रिया में किसी प्रकार का कोई अवरोध नहीं है।” सेना ने संबंधित मीडिया हाउसों को आगाह किया कि संवेदनशील मामलों पर तथ्य जांचकर ही रिपोर्ट प्रकाशित की जाए ताकि किसी प्रकार की भ्रामक जानकारी न फैलाई जाए।
Certain Media Articles on 06-07 November 2024 have speculated about roadblocks/objections in the disengagement process consequent to the consensus between the Indian and Chinese sides on 21 October 24. It is unambiguously stated that the disengagement at Depsang and Demchok has… pic.twitter.com/SHxT8Mvmf2
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) November 7, 2024
सेना ने कहा, “इस संबंध में प्रकाशित लेख काल्पनिक और तथ्यहीन हैं। मीडिया हाउसों से अनुरोध है कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर तथ्यों की जांच और सत्यापन के बाद ही रिपोर्ट प्रकाशित करें और अनावश्यक रूप से भ्रामक जानकारी न फैलाएं।”
बता दें कि 21 अक्टूबर को भारत ने देपसांग और डेमचोक के विवादास्पद क्षेत्रों में एक पेट्रोलिंग समझौते की घोषणा की थी, जिसमें दोनों देशों की सेना को 2020 के स्थिति में लौटने के निर्देश दिए गए थे। इस समझौते के तहत संरचनाओं को हटाना और उनकी जगह को मूल स्थिति में बहाल करना शामिल था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था, “हम एक समझौते पर पहुंच गए हैं और हम 2020 की स्थिति में लौट चुके हैं। इसके साथ ही हम यह कह सकते हैं कि चीन के साथ डिसएंगेजमेंट प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। 2020 के बाद कुछ क्षेत्रों में हमने और उन्होंने अवरोध पैदा किए थे, लेकिन अब समझौते के तहत इन क्षेत्रों में पहले की तरह ही पेट्रोलिंग शुरू हो गई है।”
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