– दोनों देशों की सेनाओं के 250-250 सैन्य कर्मी द्विपक्षीय अभ्यास में ले रहे हैं हिस्सा
नई दिल्ली। भारत और रूस (India and Russia) का संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास इंद्र-2021 (Joint Training Exercise INDRA-2021) की शुरुआत बुधवार को दक्षिणी रूस में वोल्गोग्राड क्षेत्र (Volgograd region in southern Russia) के प्रुडबोई अभ्यास रेंज में एक प्रभावशाली उद्घाटन समारोह के साथ हुई, जिसमें दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वज फहराए गए। भारत और रूस के बीच त्रि-सेवा सैन्य अभ्यास दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच दोस्ती को और मजबूत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। यह अभ्यास भारतीय और रूसी सेनाओं के बीच अंतर-संचालन को बढ़ाएगा।
अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त रूप से योजना बनाने, आतंकवाद विरोधी अभियानों का संचालन करने के लिए भारतीय और रूसी सेनाओं के बीच एक-दूसरे को प्रशिक्षण देना है। अभ्यास के संचालन में दोनों दलों के विशेषज्ञ समूहों के बीच अकादमिक चर्चा भी होगी। इस दौरान आतंकवादियों को घेरने और खोजने, खुफिया जानकारी एकत्र करके साझा करने, मानवीय कानून और बंधकों को रिहा कराने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के प्रशिक्षण शामिल होंगे। अभ्यास इंद्र-2021 दोनों देशों की सेनाओं के बीच आपसी विश्वास को मजबूत करने के साथ ही सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में सक्षम करेगा। यह भारत-रूस रक्षा सहयोग के इतिहास में एक और ऐतिहासिक घटना होगी।
अभ्यास ‘इंद्र’ में भारतीय सशस्त्र बलों के 250 और रूसी सेना के दक्षिणी सैन्य जिले के लगभग 250 कर्मी शामिल हो रहे हैं। रूस जाने से पहले भारतीय सेना के जवानों ने पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज के रेगिस्तानी इलाकों में तैयारी की है। सामरिक द्विपक्षीय ‘इंद्र-2021’ अभ्यास की श्रृंखला 2003 में शुरू हुई थी और पहला संयुक्त त्रि-सेवा अभ्यास 2017 में आयोजित किया गया था। भारत और रूस के बीच पिछला संयुक्त त्रि-सेवा अभ्यास 10-19 दिसम्बर, 2019 को भारत में हुआ था। यह उत्तर प्रदेश के बबीना (झांसी के पास) में, पुणे और गोवा में एक साथ आयोजित किया गया था। वोल्गोग्राड में हो रहे अंतरराष्ट्रीय रूसी-भारतीय सामरिक अभ्यास की योजना और तैयारी को दोनों पक्षों के बीच 25 मई को एक बैठक में अंतिम रूप दिया गया था। (एजेंसी, हि.स.)
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