दोनों मंदिरों में प्रवासियों के लिए तैयारियां शुरू
रणजीत हनुमान मंदिर में विशेष प्रसाद, आकर्षक विद्युत साज-सज्जा, खजराना गणेश मंदिर में बन रहे मांडने
इंदौर। प्रवासी भारतीय सम्मेलन (Pravasi Bhartiya Sammelan) के लिए तैयारियां लगभग अंतिम दौर में हैं। इसी के साथ शहर के दो प्रमुख और बड़े मंदिरों में भी प्रवासी भारतीयों के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंदिर आने वाले अतिथियों को पूजन के अलावा मंदिर समितियों की ओर से बाबा रणजीत और खजराना गणेश (Baba Ranjeet and Khajrana Ganesh) की तस्वीरें एवं प्रसाद दिया जाएगा। मंदिर में सजावट भी की जाएगी।
श्री रणजीत हनुमान मंदिर में प्रवासी भारतीयों के लिए विद्युत साज-सज्जा किए जाने की योजना है। इसी के साथ मंदिर समिति फूलों से सजावट पर भी विचार कर रही है। मंदिर के मुख्य पुजारी प.ं दीपेश व्यास ने बताया कि आने वाले अतिथियों को मंदिर की महत्ता बताने के साथ ही मंदिर के पुजारी विधि-विधान से पूजन करवाएंगे। अतिथियों को दुपट्टा ओढ़ाने के साथ ही बाबा रणजीत की तस्वीर भेंट की जाएगी। मंदिर समिति प्रसाद में देने के लिए बेसन के लड्डू का प्रसाद भी तैयार करवाएगी, जो वे अपने साथ यहां से ले जा सकेंगे, वहीं खजराना गणेश मंदिर में भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान ही विश्व प्रसिद्ध श्री खजराना गणेश मंदिर में मकर संक्रांति से पहले तिल चतुर्थी मेला भी लगना है। मेले को लेकर मंदिर समिति ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। खजराना गणेश मंदिर में मांडने बनाए जा रहे हैं, रंग-रोगन किया जा रहा है। आने वाले अतिथि तिल चतुर्थी का वैभव भी देख सकेंगे। मंदिर के पुजारी पं. अशोक भट्ट ने बताया कि मंदिर समिति दोनों आयोजन के साथ ही नववर्ष को लेकर भी तैयारियों में जुटी है। प्रवासी भारतीयों को मंदिर समिति की ओर से दुपट्टा ओढ़ाने के साथ ही बेसन के लड्डुओं का प्रसाद और श्री खजराना गणेश की तस्वीर भेंट में दी जाएगी। इस साल तिल चतुर्थी मेला 10, 11, 12 जनवरी को होगा।
नववर्ष और तिल चतुर्थी के लिए सेवकों को जोड़ रहे
श्री खजराना गणेश मंदिर में नववर्ष के मौके पर लाखों की संख्या में भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। उसकी तैयारियों में भी मंदिर समिति जुटी हुई है। 1 जनवरी के साथ ही ति चतुर्थी मेले के लिए इस बार समिति सेवकों को जोड़ रही है। करीब 200 सेवक जोड़े जाएंगे, जो मंदिर में व्यवस्थाओं को बनाए रखने में सहयोग देंगे। इसके अलावा मंदिर की ओर से करीब 60 गार्ड भी मौजूद होंगे। पं. भट्ट ने बताया कि इस साल नए साल के मौके पर चार से पांच लाख भक्तों के मंदिर पहुंचने का अंदाजा है।
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