उज्जैन। नगर निगम में सभापति और अपील समिति का निर्वाचन हो चुका है, अब एमआईसी गठन का कार्य 15 अगस्त के बाद होगा और नाम तय हो चुके हैं। आज से लेकर 3 दिन तक भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता विभिन्न कार्यक्रमों में व्यस्त है। 6 अगस्त को निगम में सभापति और अपील समिति का निर्वाचन हो चुका है और अब सबको महापौर परिषद के बनने का इंतजार है। महापौर परिषद के गठन को लेकर अब तक भाजपा की कोई बैठक नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि फिलहाल भाजपा के सभी नेता व्यस्त हैं। आज दिनभर भाजपा के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव के कार्यक्रम है और कल तथा परसों तिरंगा यात्रा को लेकर शहर में भाजपा द्वारा विभिन्न आयोजन किए जा रहे हैं, वहीं 15 अगस्त को झंडा वंदन का कार्यक्रम है जिसमें नेता व्यस्त रहेंगे। अब माना जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद ही एमआईसी के गठन पर चर्चा हो पाएगी। एमआईसी में कुल 10 सदस्य बनाए जाना है और इनमें से चार महिलाएं रहेगी। एमआईसी सदस्य बनने के लिए नए तथा पुराने पार्षद अपने-अपने स्तर पर लॉबिंग कर रहे है। एमआईसी के गठन में सबसे ज्यादा दोनों विधायकों और सांसद की चलेगी। इसी के चलते जो भी पार्षद बने वह अब मंत्री, सांसद तथा विधायक और नगर अध्यक्ष से एमआईसी सदस्य बनने के लिए गुहार लगा रहे हैं।
प्रतिपक्ष नेता का फैसला भी 15 अगस्त के बाद
विपक्षी दल कांग्रेस के नेता का भी अभी तक चयन नहीं हुआ है। हालांकि भोपाल सभी पार्षद कमलनाथ से मिलकर आ गए हैं और बताया जाता है कि एक वरिष्ठ पार्षद के समर्थन में सभी पार्षदों ने हस्ताक्षर युक्त पत्र भी कमलनाथ को दे दिया है लेकिन स्थानीय नेताओं से चर्चा के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी विपक्ष के नेता नाम का पत्र जारी करेगी। नगर निगम विपक्ष नेता के लिए दो ही नाम है, इनमें एक महिला नेत्री श्रीमती माया राजेश त्रिवेदी और दूसरे वरिष्ठ पार्षद रवि राय का है। रवि राय पहले भी प्रतिपक्ष के नेता रह चुके हैं और सदन में बेबाकी से अपनी बात रखते हैं, वहीं माया त्रिवेदी भी तीसरी बार पार्षद का चुनाव जीती है और अनुभवी नेता है, वह पहले ब्लॉक अध्यक्ष भी रह चुकी है। अब फैसला भोपाल से ही होगा। संभावना है कि 15 अगस्त के बाद कभी भी प्रदेश कांग्रेस कमेटी का पत्र आ सकता है।
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