इंदौर (Indore)। नगर निगम (Municipal council) की रिमूवल टीम शहरभर में कार्रवाई करते हुए यहां-वहां लगे ठेलों को जब्त करने की कार्रवाई करती रही है, लेकिन अब एमआईसी ने इस पर सीधे कार्रवाई पर रोक लगा दी है और निर्देश दिए हैं कि ठेले वालों को पहले चेतावनी दी जाए, उसके बाद दो बार चालान बनाने के बाद भी ठेले वाले नहीं माने तो ठेला जब्ती की कार्रवाई की जाए।
नगर निगम का रिमूवल अमला शहर में कई स्थानों पर अभियान चलाकर ठेले जब्त करता रहा है और ठेले छुड़ाने के लिए बड़ी संख्या में लोग नगर निगम में अफसरों से लेकर पार्षदों के कार्यालयों पर चक्कर लगाते हैं। इस मामले में पिछले दिनों महापौर पुष्यमित्र भार्गव को भी कई स्ट्रीट वेण्डरों ने शिकायत की थी।
एमआईसी की बैठक में इस मुद्दे पर काफी देर चर्चा हुई और महापौर भार्गव ने कहा कि निगम का रिमूवल अमला अब सीधी कार्रवाई से बचे और सडक़ किनारे अथवा फुटपाथों के आसपास ठेले लगाने वालों को पहले चेतावनी दी जाए और उसके बाद भी अगर वे नहीं मानते हैं तो दो बार स्पाट फाइन किए जाए। इसके बावजूद वहां ठेले लग रहे हैं तो फिर ठेले जब्ती की कार्रवाई की जाए। अब तक निगम की रिमूवल टीमें अभियान चलाते हुए ठेले जब्त कर ट्रेंचिंग ग्राउंड भेज देती है, जहां ठेलों को तोड़ दिया जाता है अथवा वे मिलते ही नहीं हैं। स्ट्रीट वेण्डरों के लिए निगम अधिकारियों को कई नए स्थान भी ढूंढने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि उन्हें वहां शिफ्ट किया जा सके।
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