इंदौर। पश्चिम रेलवे जल्द ही महू स्टेशन के पास बने डायमंड क्रॉसिंग को हटा देगा। महू-सनावद के बीच बड़ी लाइन बिछाने के लिए इसका हटना जरूरी है। रेलवे में डायमंड क्रॉसिंग को बेहद दुर्लभ माना जाता है, क्योंकि वहां छोटी लाइन बड़ी रेल लाइन को क्रॉस करती हैं। पहले ऐसा डायमंड क्रॉसिंग इंदौर में लक्ष्मीबाईनगर स्टेशन के पास भी था और रतलाम-इंदौर गेज कन्वर्जन के दौरान उसे खत्म कर दिया गया था। जब महू तक बड़ी लाइन बिछाई गई, तब वहां 2016 के आसपास इसी तरह का डायमंड क्रॉसिंग बनाना पड़ा था।
रेल सूत्रों का कहना है कि जिस काम के लिए इंदौर में डायमंड क्रॉसिंग हटाया गया था, अब वही काम महू में भी होना है। रेलवे ने डायमंड क्रॉसिंग के दोनों तरफ की पटरियां उखाड़ दी गई हैं। महू में इसे इसलिए बनाना पड़ा, क्योंकि वहां छोटी लाइन पातालपानी-सनावद तरफ जाती है, वहीं बड़ी लाइन पिटलाइन और यार्ड की तरफ जाती है। ऐसा संयोग बहुत कम जगह बनता है, जहां छोटी लाइन बड़ी लाइन को क्रॉस करे, इसलिए इसे डायमंड क्रॉसिंग कहा जाता है। अब रेलवे ने महू-सनावद गेज कन्वर्जन के काम शुरू कर दिया है, इसलिए जल्द इसे हटाने की तैयारी हो रही है।
मानसून सीजन में कभी भी हट सकता है
एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि फिलहाल महू स्टेशन पर बड़ी लाइन की ट्रेनों का काफी दबाव है, क्योंकि गर्मी की छुट्टियों के कारण समर स्पेशल ट्रेन भी चल रही है। यही वजह है कि मुख्यालय से कुछ दिन रुकने को कहा गया है। मानसून सीजन में कभी भी ब्लॉक लेकर डायमंड क्रॉसिंग हटा दिया जाएगा। हालांकि, इसके पहले मुख्यालय से मंजूरी लेना पड़ेगी। उम्मीद है कि अगस्त-सितंबर तक डायमंड क्रॉसिंग हटाकर वहां बड़ी लाइन बिछा दी जाएगी।
तेजी से हो रहे काम
महू स्टेशन पर स्टेशन विकास और दो नए प्लेटफॉर्म बनाने के काम तेजी से हो रहे हैं। प्लेटफॉर्म-एक पर गिट्टी बिछना शुरू हो गई है। प्लेटफॉर्म-एक और चार पर बिजली के खंभे लगना शुरू हो चुके हैं। यार्ड के आगे बस्ती के बीच अर्थवर्क शुरू हो गया है और खान कॉलोनी क्षेत्र में रेलवे की जमीन पर पटरियां उखाड़ी जा रही हैं। महू यार्ड के डीजल शेड में भी यही काम हो रहा है।
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