नई दिल्ली। कॉरपोरेट (Corporate) मामलों का मंत्रालय (Ministry) एमजी मोटर (MG Motor) इंडिया और वीवो (Vivo) के खातों (Account) की जांच शुरू करने की सिफारिश कर सकता है। आरओसी ने एक साल पहले जांच की थी और उस जांच की रिपोर्ट अब उसने जमा करा दी है।
एमजी मोटर की जांच अक्तूबर, 2022 में शुरू हुई थी। उस समय कंपनी ने कहा था, हमें नोटिस मिला है जिसमें 2019-20 की वार्षिक रिपोर्ट में परिचालन के पहले वर्ष के घाटे को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज ने जो जांच रिपोर्ट सौंपी है, उसमें संदिग्ध लेनदेन का पता चला था। कर चोरी, बिलिंग में गड़बड़ी और अन्य वित्तीय अनियमितताएं मिलीं थी। आरओसी रिपोर्ट के बाद एमसीए जांच के आदेश जारी कर सकता है। यह मामला तब सामने आया है, जब जेएसडब्ल्यू व शंघाई के एसएआईसी मोटर कॉर्प एमजी मोटर में हिस्सेदारी के लिए बातचीत कर रहे हैं।
400-500 चीनी कंपनियों पर सरकार की नजर
वीवो अधिकारियों की गिरफ्तारी से भारत में कंपनी की कानूनी परेशानियां बढ़ गईं हैं। नवंबर 2022 में आई रिपोर्ट में कहा गया है कि एक अनुमान के मुताबिक, सरकार भारत में काम कर रही लगभग 400-500 चीनी कंपनियों की जांच कर रही है।
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