– ठप पड़ा है मेट्रो का काम…आज निगमायुक्त ने बुलाया कंसल्टेंट फर्म को…
इंदौर। कोरोना संक्रमण के चलते बीते 5 महीने से इंदौर मेट्रो का काम ठप पड़ा है। पहले चरण में एमआर-10 से रिंग रोड़ होते हुए मुमताजबाग खजराना तक का काम शुरू किया गया था। अब नगर निगम फिर से काम शुरू करवाना चाहता है, जिसके चलते आज शाम ही निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने कंसल्टेंट फर्म को बुलाया है। बाधक पेड़ों के अलावा लगभग 43 सार्वजनिक निर्माण भी हटाए जाना है, जिनमें रोटरी, शौचालय और अन्य तरह की बाधाएं शामिल हैं। 31.55 किलोमीटर में 29 स्टेशनों का निर्माण भी करना है, जिसमें 23 स्टेशन एलिवेटेड और 6 अंडरग्राउंड बनेंगे। पहले चरण का ठेका भी निजी फर्म को सौंपा जा चुका है और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एमआर-10 कुमेर्डी पर ही इसका शिलान्यास भी किया था।
कुमेर्डी में ही इसका बड़ा स्टेशन भी बनना है। वहां से एमआर-10, बापट चौराहा होते हुए रिंग रोड और आगे तक काम भी शुरू हो गया था और दोनों तरफ मेट्रो प्रोजेक्ट के बेरिकेड्स भी लगे हुए हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते काम बंद हो रहा था और पिछले दिनों ठेकेदार फर्म ने कहा कि अभी मजदूरों की भी परेशानी आ रही है। चूंकि सभी तरह के निजी और सरकारी प्रोजेक्ट शुरू हो चुके हैं। लिहाजा अब ठप पड़े मेट्रो प्रोजेक्ट का काम भी जल्द शुरू करवाया जाएगा। निगमायुक्त प्रतिभा पाल के मुताबिक उन्होंने आज शाम ही इस संबंध में बैठक बुलाई है। वहीं जो बाधाएं आ रही हैं उन्हें भी हटाने की शुरुआत की जाएगी। अभी लगभग 43 बाधाएं चिन्हित की गई हैं, जिनमें से 4 तो रोटरी और 39 सार्वजनिक शौचालय बाधा बन रहे हैं। चंद्रगुप्त मौर्य चौराहा, बापट चौराहा, खजराना और बंगाली चौराहा की रोटरी इसमें बाधक है। वहीं इस ट्रैक पर आने वाले शौचालर्यों को भी शिफ्ट करवाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इंदौर के मेट्रो प्रोजेक्ट को अलग-अलग चरणों में पूरा किया जाना है। पूरा 31 किलोमीटर का ट्रैक रहेगा। एमजी रोड पर रीगल होते हुए एलिवेटेड रुट शास्त्री ब्रिज के समानांतर अंडरग्राउंड रहेगा। वहां से राजवाड़ा तक अंडरग्राउंड और रेलवे स्टेशन पर एलिवेटेड स्टेशन होगा। पूर्व में कंसल्टेंट टीम ने पूरे शहर में घूमकर 29 स्टेशनों की डिजाइन तय की। सबसे पहले एमआर-10 के 10 स्टेशनों की डिजाइन फ्लाइन हुई है। इनमें से सुपर कॉरिडोर पर 6 स्टेशन बनना है। राजवाड़ा के बाद भी छोटा गणपति, बड़ा गणपति, बीएसएफ, कालानी नगर में अंडरग्राउंड स्टेशन ही रहेंगे। इसके बाद गांधी नगर स्टेशन एलिवेटेड और फिर भौंरासला चौराहा के बाद आईएसबीटी, चंद्रगुप्त, हीरा नगर, बापट चौराहा, मेघदूत, विजय नगर और रेडीसन के स्टेशन एलिवेटेड ही रहेंगे। यहां से रिंग रोड पर मुडक़र तीन स्टेशन, मुमताजबाग, खजराना और बंगाली चौराहा पर निर्मित होना है। अभी शिवराज सरकार ने इंदौर और भोपाल के लिए पहले से बनी मध्यप्रदेश मेट्रो रैल कार्पोरेशन लिमिटेड को अब बदल दिया है और कार्पोरेशन में तब्दील कर दिया। नए बोर्ड में भारत सरकार के साथ प्रदेश सरकार के 5-5 संचालक शामिल रहेंगे, जिनमें नगरीय विकास आयुक्त, प्रमुख सचिव वित्त, राजस्व लोक निर्माण और नगरीय विकास विभाग के संचालक शामिल रहेंगे। इंदौर, भोपाल मेट्रो क्षेत्र को मेट्रो पोलिटन एरिया घोषित करने की भी कवायद चल रही है।
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