मुख्यमंत्री दे चुके हैं भोपाल में मॉडल कोच अनावरण पर संकेत… देवास, धार, पीथमपुर तक विस्तार की लगातार होती रही है मांग
इंदौर। अभी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने भोपाल (Bhopal) में मेट्रो (Metro) मॉडल कोच का लोकार्पण किया और भोपाल मेट्रो को मंडीदीप, सीहोर तक चलाने की घोषणा की और साथ ही यह भी कहा कि इंदौर (Indore) की घोषणा वहीं करूंगा। 15 सितंबर को इंदौर में मेट्रो का ट्रायल रन संभावित है, जिसमें मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) मौजूद रहेंगे और इस अवसर पर वे इंदौर मेट्रो के विस्तार की घोषणा भी कर सकते हैं, जिसमें उज्जैन (Ujjain) के साथ देवास, धार, पीथमपुर भी संभव है, जिसको लेकर लगातार मांग जनप्रतिनिधियों द्वारा भी की जाती रही है। पिछले दिनों इसका प्रजेंटेशन भी किया गया था। महाकाल लोक बनने के कारण उज्जैन तक अवश्य मेट्रो ले जाने की मांग बढ़ गई है।
रोजाना लाखों की संख्या में धर्मालु उज्जैन जा रहे हैं, जिसके चलते अगर इंदौर से उज्जैन मेट्रो चलती है तो वह अत्यंत लाभदायक साबित हो सकती है। हालांकि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) पूर्व में भी इस आशय की बात कह चुके हैं और संभव है कि अभी ट्रायल रन के अवसर पर चुनाव को देखते हुए इसकी घोषणा भी भोपाल मेट्रो की तरह कर दें। पीथमपुर, धार, देवास को भी मेट्रो से जोडऩे की मांग विशेषज्ञों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा भी की जाती रही है। उल्लेखनीय है कि अभी इंदौर-भोपाल मेट्रो के प्रथम चरण का काम चल रहा है। इंदौर मेट्रो में साढ़े 5 किलोमीटर के प्रायोरिटी कॉरिडोर पर ट्रायल रन अगले माह लिया जाना है और संभवत: 15 सितंबर को यह ट्रायल रन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) द्वारा किया जाएगा। मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एमडी मनीष सिंह (Manish Singh) लगातार इसकी मॉनीटरिंग कर रहे हंै। वडोदरा से तीन कोच की एक मेट्रो ट्रेन भी रवाना हो गई है, जो आज-कल में इंदौर पहुंचने वाली है, जिसे गांधी नगर डिपो में रखा जाएगा और फिर इसी ट्रेन से ट्रायल रन होना है। अभी गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर, एमआर-10 होते हुए विजय नगर, रेडिसन से रोबोट चौराहा तक एलिवेटेड कॉरिडोर का काम तेज गति से चल रहा है। इस 17 किलोमीटर के ट्रैक पर अगले साल अप्रैल-मई तक मेट्रो ट्रेन का व्यावसायिक संचालन शुरू हो जाएगा, यानी यात्री इसका इस्तेमाल करने लगेंगे। वहीं शेष 15 किलोमीटर का निर्माण रोबोट चौराहा से हाईकोर्ट तक एलिवेटेड और फिर वहां से अंडरग्राउंड एयरपोर्ट तक होना है। साढ़े 32 किलोमीटर का यह पहला चरण 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। अब इसके बाद इंदौर मेट्रो का विस्तार धार-पीथमपुर या उज्जैन तक किया जाना भी प्रस्तावित है, जिनमें से इंदौर-उज्जैन की घोषणा मुख्यमंत्री द्वारा अभी ट्रायल रन के अवसर पर किए जाने की संभावना अधिक है। भोपाल में ट्रायल रन संभवत: 20 सितंबर को होगा। दरअसल इंदौर मेट्रो का काम पिछले दिनों तेजी से पूरा किया गया। खासकर साढ़े 5 किलोमीटर के प्रायोरिटी कॉरिडोर को तैयार करने में रात-दिन मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन से जुड़े अधिकारियों-कर्मचारियों, ठेकेदार फर्मों ने काम किया है और मजदूरों की संख्या भी बढ़ा दी है। पिछले दिनों एमडी मनीषसिंह ने भी इंदौर आकर प्रायोरिटी कॉरिडोर का दौरा किया था, ताकि ट्रायल रन की शेष बाधाओं को भी तय समयसीमा में दूर किया जा सके।
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