इंदौर। बिजली कंपनी में मीटर रीडरों का बोलबाला है। इंदौर शहर में निचले अमले की कारस्तानी कम नहीं है। हवा बंगला क्षेत्र के ऋषि नगर में 1 साल से बिजली की यूनिट को कम करके बिल दिया जा रहा था और आखिर में मीटर को जलाकर मामला रफा-दफा करने की घटना सामने आई। कंपनी ने आनन-फानन में आउटसोर्स रीडर को टर्मिनेट तो कर दिया, लेकिन इससे यह बात उजागर होती है कि शहर में इस तरह की कई घटनाएं चल रही होंगी।
बिजली कंपनी में निचला अमला बेहद लापरवाह और उदासीन है। यह उपभोक्ताओं से सेटिंग और उगाही दोनों में ही माहिर हैं। कंपनी के कैबिन में बैठे अधिकारी इन घटनाओं को नजरअंदाज करते रहे हैं। हवा बंगला बिजली झोन के ऋषि नगर के उपभोक्ता के यहां प्राइम वन आउटसोर्स कंपनी का मीटर रीडर दिनेश मंडलोई करीब 1 साल से उपभोक्ता को 100 यूनिट या रियायती बिजली के बिल दे रहा था, जबकि उपभोक्ता के यहां खपत ज्यादा रहती थी। दरअसल कंपनी को पुराने रीडिंग के फोटो मिलने के बाद उसने दिनेश की करतूतों को देखते हुए टर्मिनेट कर पुलिस को शिकायत भी दर्ज करा दी। कार्यपालन यंत्री राजेश हरोड़े ने बताया कि ऋषि नगर के उपभोक्ता को 2200 यूनिट का बिल अभी तक दिया गया था, जबकि जो मीटर जलाए जाने की घटना कर रहे थे उसमें 5400 रीडिंग दिख रही है। इसमें 27000 की बिलिंग उपभोक्ता पर की गई है।
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