इंदौर। मौसम विभाग की भविष्यवाणी अकसर गलत साबित होती है और लोग इसका मजाक उड़ाते हैं, लेकिन अब तो मौसम विभाग ने ताजा आंकड़ों में भी गलत जानकारी देना शुरू कर दिया है। विमानतल स्थित मौसम केंद्र ने 7 मई, यानी रविवार को इंदौर में अधिकतम तापमान 41.9 डिग्री बताया। इसके साथ ही इंदौर इतिहास में पहली बार देश में सबसे गर्म शहर भी बन गया, लेकिन विभाग की यह जानकारी गलत साबित हुई। इस दिन एयरपोर्ट पर पारा 37 डिग्री के आगे भी नहीं निकला था।
मौसम विभाग ने रविवार शाम को जब यह जानकारी जारी की तो सभी अखबारों और न्यूज चैनलों ने इसे बढ़ा-चढ़ाकर प्रकाशित किया, लेकिन कल ‘अग्निबाण’ ने इस पर सवाल खड़े करते हुए इंदौर के ही दूसरे मौसम केंद्र कृषि महाविद्यालय सहित मौसम की सभी प्रमुख वेबसाइट और आसपास के जिलों में तापमान की समीक्षा की थी।
साथ ही यह भी बताया था कि मौसम विभाग खुद यह जानकारी नहीं दे पा रहा है कि यह तापमान कब दर्ज हुआ। ‘अग्निबाण’ द्वारा इस गड़बड़ी को आम लोगों के साथ ही भोपाल और नागपुर मुख्यालय तक भी पहुंचाया गया। इसके बाद दोनों ही कार्यालयों ने इंदौर मौसम कार्यालय द्वारा जारी किए गए इन आंकड़ों पर संदेह जाहिर करते हुए जांच शुरू की है। इसके बाद भी स्थानीय अधिकारी जांच में सही जानकारी देने के बजाय जानकारी छुपाने में जुटे हैं।
तीन उपकरणों से दर्ज होती है जानकारी
एयरपोर्ट पर मौसम की जानकारी तीन उपकरणों की माध्यम से दर्ज की जाती है। पहला पुरातन तरीका है, जिसमें थर्मामीटर में तापमान जिस अधिकतम स्तर पर जाकर लॉक हो जाता है। इसी से यह जानकारी भी जारी की गई थी। इसे हर तीन घंटे में चेक किया जाता है। वहीं दूसरा तरीका करंट वेदर इंस्ट्रूमेंट सिस्टम जो रनवे पर लगा होता है, हर पल की हर छोटी-बड़ी जानकारी दर्ज करता है। यह जानकारी विमानों के बेहतर संचालन के लिए हर आधे घंटे में एयर ट्रैफिक कंट्रोल को भी दी जाती है। तीसरा उपकरण थर्मोग्राफ का होता है।
ईसीजी की तरह काम करने वाला यह उपकरण भी पूरे समय चलता रहता है और तापमान की रिकॉर्डिंग करता है। सीडब्ल्यूआईएस में रविवार को अधिकतम तापमान दोपहर 2.36 बजे 37 डिग्री तक पहुंचा था। रविवार को तापमान इससे ऊपर गया ही नहीं। वहीं बताया जा रहा है कि तीसरे उपकरण के डाटा को अधिकारियों ने अपने बचाव में गायब कर दिया है। लेकिन सीडब्ल्यूआईएस के आंकड़े साफ करते हैं कि मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया तापमान का 41.9 डिग्री का आंकड़ा पूरी तरह गलत है।
मुख्यालय कर सकता है सही जानकारी घोषित
इस मामले में भोपाल मौसम केंद्र के डायरेक्टर आर. बालसुब्रमण्यम और मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित नागपुर और विदर्भ के हिस्से के मुख्यालय नागपुर रीजनल मेट्रोलॉजिकल सेंटर के प्रमुख एमएल साहू ने जांच शुरू की है। दोनों ही कार्यालयों ने इंदौर कार्यालय के प्रमुख एसपी गुप्ता से रविवार को तीनों उपकरणों से दर्ज हुई जानकारी के सभी आंकड़े मांगे हैं। बताया जा रहा है कि जांच के बाद मुख्यालय सही जानकारी घोषित कर सकते हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved