नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने विजया बैंक और देना बैंक की 3,898 शाखाओं के एकीकरण और उसे स्वयं में मिलाने का काम पूरा कर लिया है। उल्लेखनीय है कि एक अप्रैल 2019 को विजया बैंक और देना बैंक का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में हुआ था। बैंक ने पूर्ववर्ती देना बैंक की 1,770 शाखाओं के एकीकरण का काम दिसंबर 2020 में पूरा कर लिया जबकि पूर्ववर्ती विजया बैंक की 2,128 शाखाओं को सितंबर 2020 में बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) में एकीकरण कर लिया गया था।
सम्मानित ग्राहकों का स्वागत : इस संदर्भ में बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ संजीव चड्ढ़ा ने एक बयान में कहा कि, ‘हमने कोविड-19 चुनौतियों के बीच पूर्ववर्ती बैंकों के सफलतापूर्वक विलय का काम पूरा कर लिया है। हम एक बार फिर अपने सभी सम्मानित ग्राहकों का स्वागत करते हैं और उनसे बैंक ऑफ बड़ौदा के उत्पादों तथा डिजिटल समाधान का लाभ उठाने का आग्रह करते हैं।’
बैंक ऑफ बड़ौदा में आए पांच करोड़ से अधिक खाते : बयान के अनुसार पांच करोड़ से अधिक ग्राहकों के बैंक खातें अब बैंक ऑफ बड़ौदा में आ गए हैं। इसके अलावा सभी शाखाओं, एटीएम, पीओएस मशीनों और क्रेडिट कार्डों का एकीकरण सफलतापूर्वक किया जा चुका है।
10 बैंकों का हुआ था विलय : एक अप्रैल को देश में 10 बैंकों का विलय हुआ था, जिसके बाद यह चार बैंक में बदल गए और देश में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या 27 से घटकर 12 हो गई।
बैंक 1 : यूनियन बैंक ऑफ इंडिया + कॉरपोरेशन बैंक + आंध्रा बैंक
बैंक 2 : इंडियन बैंक + इलाहाबाद बैंक
बैंक 3 : यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया + ओरियंटल बैंक ऑफ इंडिया + पंजाब नेशनल बैंक
बैंक 4 : केनरा बैंक + सिंडिकेट बैंक
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