बुध ग्रह 22 सितंबर को राशि परिवर्तन कर लिया हैं। बुध का गोचर तुला राशि (Libra) में होने जा रहा है। ज्योतिष के अनुसार बुध का कन्या राशि से होने वाला ये परिवर्तन पांच राशियों के लिए अत्यंत शुभ रहेगा। दो अक्टूबर(October) तक बुध तुला राशि में ही रहेंगे। इस राशि परिवर्तन से पेशेवरों, व्यापारियों और रचनात्मक लोगों को लाभ होगा। बताते हैं कि इस राशि परिवर्तन से किस राशि पर क्या असर होने वाला है।
मेष (Aries):
मेष राशि (Aries) के जातकों के लिए, बुध तीसरे और छठे घर का स्वामी है। यह ग्रह आपके विवाह और साझेदारी के सातवें घर में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान बुध मेष राशि के जातकों के लिए सौभाग्य लेकर आएगा। आप अपने बच्चों की ओर से कुछ अच्छी खबरें सुन सकते हैं, आपकी संतान आपको खुशी देगी। जो दंपत्ति संतान प्राप्ति की कामना कर रहे हैं, उन्हें इस दौरान अच्छी खबर मिल सकती है।
वृषभ (Taurus):
वृषभ राशि के जातकों के लिए, बुध दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी है और आपके ऋण, शत्रु और रोगों के छठे भाव में इसका गोचर हो रहा है। इस गोचर के दौरान टूरिज्म क्षेत्र में काम करने वाले इस राशि के जातकों को अपने संचार कौशल पर काम करने का एक अच्छा मौका मिलेगा। इस दौरान कुछ जातकों को नई नौकरी प्राप्त हो सकती है। बुध के इस गोचर के दौरान आपके खर्चों में वृद्धि होगी।
मिथुन (Gemini):
मिथुन राशि के जातकों के लिए, बुध (wed) पहले और चौथे भाव का स्वामी है और आपके प्यार, रोमांस और संतान के पांचवें भाव में यह गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान आप व्यवस्थित रूप से अपने विचारों को अभिव्यक्त करना चाहेंगे और अधिक स्पष्टता के लिए विचारों को कलमबद्ध भी कर सकते हैं। इस अवधि के दौरान आपके ऊर्जा स्तर और उत्साह में वृद्धि होगी।
कर्क (Cancer):
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और बारहवें भाव का स्वामी है और यह गृह, संपत्ति और माता के आपके चतुर्थ भाव में गोचर करेगा। इस गोचर के दौरान आपका संचार कौशल (communication skills) बढ़ेगा और यह आपको सभाओं को संबोधित करने, संदेश भेजने या अपनी बातों को प्रियजनों के सामने व्यक्त करने में भी मदद करेगा। इस गोचर के दौरान आपको शांत और संयमित प्रकृति के साथ पारिवारिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने और स्थिति को संभालने की जरूरत है।
सिंह (Leo):
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध एकादश और दूसरे भाव का स्वामी है और आपके साहस, छोटी यात्रा और लेखन के तृतीय भाव में यह गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आपकी वाणी और संचार में स्पष्टता और सटीकता देखी जाएगी, यह गोचर आपके लिए वित्तीय लाभ लाएगा, लेकिन निवेश करने से पहले सतर्क रहने की आवश्यकता होगी ताकि आप निवेश से जुड़ा सही निर्णय ले सकें।
कन्या (Virgo):
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध दशम और प्रथम भाव का स्वामी है और आपके संचार, परिवार और वाणी के दूसरे भाव में यह गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आप एक अनुकूल अवधि का आनंद लेंगे, क्योंकि आपके पास अपने परिवार के बिताने के लिए गुणवत्तापूर्ण समय होगा और आप परिवार के सदस्यों की अच्छी देखभाल करेंगे और उनकी जरूरतों के लिए धन खर्च करने में संकोच नहीं करेंगे।
तुला (Libra):
तुला राशि के जातकों के लिए बुध नौवें और बारहवें भाव का स्वामी है और आत्मा और व्यक्तित्व के आपके पहले भाव में इसका गोचर हो रहा है। इस गोचर के दौरान आपको आर्थिक लाभ होगा, इस गोचर के दौरान आपको अपने प्रयासों से कार्यक्षेत्र में जीत दर्ज करने की तीव्र इच्छा होगी, लेकिन आपको अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखना चाहिए और समझदारी के साथ व्यवहार करने की आवश्यकता है।
वृश्चिक (Scorpio):
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध आठवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और आपके विदेशी लाभ-हांनि, मोक्ष के बारहवें में इसका गोचर हो रहा है। इस गोचर के दौरान आपको अपने संचार को बहुत सीमित रखना चाहिए और किसी से भी बातचीत बहुत सावधानी से करने की आवश्यकता है। बारहवें घर में बुध आपको अत्यधिक महत्वकांक्षी बनाता है जो आपके लिए बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है।
धनु (Sagittarius):
धनु राशि के जातकों के लिए बुध सातवें और दसवें भाव का स्वामी है और आपके लाभ, आय और इच्छाओं के एकादश भाव में इसका गोचर हो रहा है। पेशेवर रूप से इस गोचर के दौरान आप नई साझेदारी कर सकते हैं और अपने व्यवसाय में आगे बढ़ सकते हैं। परिणामस्वरूप, आप इस दौरान किसी भी कार्य को पूरा करने में सफल होंगे।
मकर (Capricorn):
मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नौवें भाव का स्वामी है और करियर, नाम और प्रसिद्धि के आपके दसवें भाव में इसका गोचर होगा। इस गोचर की अवधि आपके लिए अनुकूल रहेगी, क्योंकि यह आपको अपने कार्यस्थल पर सफलता दिलाएगा और यदि आप किसी उद्योग या कंपनी से लंबे समय से जुड़े हैं तो आप तरक्की की उम्मीद कर सकते हैं।
कुंभ (Aquarius):
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पांचवें और अष्टम भाव के स्वामी हैं और आपके धर्म, भाग्य और यात्रा के नौवें भाव में इसका गोचर हो रहा है। इस अवधि के दौरान आप धर्म, पिता, लंबी दूरी की यात्रा, ससुराल पक्ष के लोगों के साथ संबंध, पब्लिसिंग, उच्च शिक्षा जैसी चीजों पर ध्यान केंद्रित करेंगे। भावनात्मक जिम्मेदारियों से आपको इस दौरान मुक्ति मिल सकती है।
मीन (Pisces):
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी है और आपके अचानक लाभ-हांनि, मृत्यु के आठवें भाव में इसका गोचर हो रहा है। इस अवधि के दौरान व्यवसायी और नौकरी पेशा लोगों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं, आपके पेशेवर जीवन में बाधाएं देखी जा सकती हैं।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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