नई दिल्ली। वैदिक ज्योतिष (Vedic astrology) के अनुसार, जब किसी ग्रह की अवस्था में परिवर्तन होता है, तो उसका प्रभाव सीधा मानव जीवन पर पड़ता है। बुध 10 मई से वृषभ राशि में वक्री हो गए हैं और फिर 13 मई को अस्त इसी राशि में अस्त हो जाएंगे। बुध ग्रह (Mercury Planet) के वक्री होने का प्रभाव कई क्षेत्रों में पड़ेगा। वक्री बुध के प्रभाव से तीन राशि वालों को इस दौरान सावधान रहने की जरूरत है। इस दौरान इन राशियों के जातकों को आर्थिक उतार-चढ़ाव (economic ups and downs) भी देखने को मिल सकते हैं।
मिथुन-
बुध ग्रह आपके द्वादश भाव में वक्री होंगे, जिसे व्यय व हानि का स्थान कहा जाता है। इसलिए आपको इस दौरान थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। व्यापारियों को लेन-देन में सतर्कता बरतने की जरूरत है। सेहत में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। इस दौरान आपके खर्च बढ़ सकते हैं, जिससे आपका बजट बिगड़ सकता है। इस समय किसी को पैसा उधार देने की जरूरत नहीं है, वरना आपका धन डूब सकता है।
कन्या-
बुधदेव का आपके लिए वक्री होना कष्टकारी साबित हो सकता है। बुधदेव आपके नवम भाव में वक्री होने जा रहे हैं। जिसे भाग्य व विदेश यात्रा का स्थान कहा जाता है। इस दौरान आपको कड़ी मेहनत से सफलता प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए। भाग्य के सहारे बैठे रहने से कुछ हासिल नहीं होगा। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को सफलता(Success) हासिल हो सकती है।
धनु-
बुधदेव का वक्री होना आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। बुधदेव आपके छठवें भाव में वक्री होंगे। जिसे शत्रु व रोग का भाव माना गया है। इसलिए इस दौरान आपके विरोधी सक्रिय हो सकते हैं। पारिवारिक तनाव बढ़ सकता है। इस दौरान आपको कोई पुराना रोग उभर सकता है।
नोट- इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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