नई दिल्ली: पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (PDP chief Mehbooba Mufti) ने एक बार जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक (Yasin Malik) का समर्थन किया है. शनिवार को उन्होंने कहा कि यासीन मलिक की सजा पर भी पुनर्विचार (rethink) होना चाहिए. इसके लिए महबूबा मुफ्ती ने पूर्व पीएम राजीव गांधी (Former PM Rajiv Gandhi) के हत्यारों की सजा की माफी की ओर इशारा किया है. अपने एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि यासीन मलिक जैसे राजनीतिक कैदी (political prisoner) के मामले की समीक्षा और पुनर्विचार किया जाना चाहिए. उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया है कि इस देश में जब पीएम की हत्याओं करने वालों को माफ किया जा सकता है, तो ऐसे में यासीम मलिक की सजा का रीव्यू होना चाहिए.
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को अपने एक ट्वीट में कहा कि, भारत जैसे लोकतंत्र में जहां प्रधानमंत्री के हत्यारों को भी माफ कर दिया जाता है, यासीन मलिक जैसे राजनीतिक कैदी के मामले की समीक्षा और पुनर्विचार किया जाना चाहिए. उनकी फांसी का समर्थन करने वाले नए राजनीतिक इखवान हमारे सामूहिक अधिकारों के लिए गंभीर खतरा हैं.
असल में, एनआईए ने जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख यासीन मलिक को मौत की सजा दिए जाने का अनुरोध किया है. एनआईए के इस कदम के बाद ‘जम्मू कश्मीर अपनी पार्टी’ के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने शनिवार को कहा कि देश को डराने-धमकाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए. उनके ही ट्वीट के स्टेटमेंट को शेयर करते हुए महबूबा मुफ्ती ने अपनी बात रखी है.
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