जम्मू : जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने आतंकवाद के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है. घाटी में लगातार आतंकियों को सुरक्षा बल ढेर कर रहे हैं. अब इन्हीं एनकाउंटरों पर जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एनकाउंटरों पर बयान दिया है. उन्होंने कुलगाम एनकाउंटर में मारे गए एक आतंकी की मौत पर सवाल खड़े किए हैं.
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा है, ”जम्मू-कश्मीर में आए दिन मुठभेड़ होती रहती है, लेकिन जब जायज सवाल उठाए जाते हैं तो सुरक्षा बलों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए. कुलगाम मुठभेड़ में मारे गए 17 वर्षीय नाबालिग के माता-पिता का दावा है कि वह एक निर्दोष नागरिक था. इन आरोपों पर भारत सरकार को सफाई देनी चाहिए.”
मुफ्ती ने यह सवाल एक लेख को कोट करते हुए पूछा है. एक पत्रकार द्वारा ट्वीट किए गए इस आर्टिकल में कहा गया है कि कुलगाम एनकाउंटर में परिवार का कहना है कि उसका बेटा घर के बाहर मारा गया, जबकि वह आतंकी नहीं था. इससे पहले, पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के सोपोर में हुए एनकाउंटर पर भी महबूबा मुफ्ती ने प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था कि समस्या का हल न दिल्ली की बंदूक से होगा और न ही जो वहां के जवानों ने बंदूक उठाई है उससे हल होगा.
कुलगाम में एक मुठभेड़ में बुधवार को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े तीन आतंकवादी मारे गए थे. आतंकियों की पहचान कुलगाम निवासी वसीम अहमद बांगरू, किलबल शोपियां निवासी शाहनवाज अहमद और चिम्मर, कुलगाम निवासी जाकिर बशीर के रूप में हुई थी.
पुलिस ने बताया था कि आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में जानकारी पर कार्रवाई करते हुए, कुलगाम पुलिस, सीआरपीएफ आदि द्वारा कुलगाम के चिम्मर इलाके में एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था. तलाशी अभियान के दौरान जैसे ही आतंकवादियों की मौजूदगी का पता चला, उनसे बार-बार सरेंडर करने की अपील की गई, लेकिन उन्होंने जवानों के ऊपर फायरिंग कर दी, जिसमें सेना के भी दो जवान घायल हो गए थे.
पुलवामा के हंजिन राजपोरा इलाके में सुरक्षाबल और आतंकियों के बीच एनकाउंटर हुआ है. गुरुवार देर रात ही आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी थी, जिसका सुरक्षाबलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया. जवानों की फायरिंग में पांच आतंकी ढेर हो गए.
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