मुंबई। शिवसेना प्रवक्ता एवं राज्यसभा के सदस्य संजय राऊत ने कहा कि देश विरोधी बयानों के लिए महबूबा मुफ्ती और फारूक़ अब्दुल्ला के खिलाफ केंद्र सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।
सांसद राऊत ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि जम्मू-कश्मीर में तिरंगा फहराने का विरोध राजद्रोह है। उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती और अब्दुल्ला पर केंद्र सरकार को कार्रवाई करना चाहिए, क्योंकि महबूबा मुफ्ती और फारूक अब्दुल्ला चीन की मदद से कश्मीर में फिर से अनुच्छेद 370 लागू करवाना चाहते हैं। अगर कश्मीर में कोई व्यक्ति तिरंगा फहराना चाहता है और उसे रोका जाता है तो यह भी राजद्रोह ही है। इसलिए इस तरह का प्रयास करने वाले नेताओं पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए। शिवसेना नेता राऊत ने कहा कि केंद्र सरकार को समान नागरिक संहिता भी लानी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि महबूबा मुफ्ती ने कुछ दिन पहले कहा था कि जम्मू-कश्मीर में जब तक 5 अगस्त, 2019 के पूर्व की स्थिति बहाल नहीं होती, वह प्रदेश के पुराने झंडे के अलावा दूसरा झंडा नहीं उठाएंगी। फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि जब तक जम्मू-कश्मीर में फिर से अनुच्छेद 370 लागू नहीं हो जाता तब तक वे रुकने वाले नहीं है। इसके बाद देशभर में मुफ्ती और अब्दुल्ला के विरोध में आवाज बुलंद होने लगी है। (एजेंसी, हि.स.)
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