शिलांग। मेघालय (Meghalaya) के राज्यपाल सत्य पाल मलिक (Governor Satya Pal Malik) के एस्कॉर्ट वाहनों (escort vehicles) पर मंगलवार शाम शिलांग में हमला (attacked) हुआ है. राज्यपाल के सुरक्षा काफिले (security convoy) पर हमला (attacked) तब हुआ, जब वे गुवाहाटी एयरपोर्ट से लौटकर मवलाई हाईवे पर आगे बढ़ रहे थे. बदमाशों ने वाहनों को निशाना बनाकर पथराव किया है, जिसकी वजह से कुछ गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई हैं, हालांकि किसी के हताहत होने की सूचना सामने नहीं आई है।
प्रतिबंधित उग्रवादी समूह हिनीवट्रेप नेशनल लिब्रेशन काउंसिल (एचएनएलसी) के पूर्व नेता चेस्टरफील्ड थांगख्यू की मौत के बाद से मेघालय में पिछले कुछ दिनों से अशांति का माहौल है. थांगख्यू ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद उसका एनकाउंटर हो गया. एनकाउंट के बाद से ही मेघालय में अशांति है।
15 अगस्त को मेघालय के मुख्यमंत्री ‘कोनराड के संगमा’ के आवास पर पेट्रोल बम फेंके गए थे. वाहन सवार हमलावरों ने शिलांग में ही मुख्यमंत्री के निजी आवास पर दो मोलोटोव कॉकटेल की बोतलें फेंकी थीं. पहली बोतल घर के सामने के हिस्से में फेंकी गई जबकि दूसरी को घर के पीछे फेंक दिया गया. स्थानीय गार्ड्स ने तत्काल एक्टिव होकर आग बुझाई थी. राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने के बाद राज्य सरकार ने चार जिलों में इंटरनेट कनेक्टिविटी को सस्पेंड कर दिया था और कर्फ्यू लगा दिया था।
क्यों सुलगा है मेघालय?
चेस्टरफील्ड थांख्यू ने समर्पण किया था. समर्पण के बाद 13 अगस्त को हुए एक एनकाउंटर में उसे ढेर कर दिया गया था। थांगख्यू के शव को शनिवार को दफना दिया गया था, जिसके बाद से ही हिंसक घटनाएं सामने आ रही हैं। पुलिस का कहना है कि 2018 में आत्मसमर्पण के बाद से ही आईडी विस्फटकों के जरिए उसने कई साजिशें रची थीं. विवाद बढ़ने पर मेघालय के गृहमंत्री लहकमन रिम्बुई ने रविवार को इस्तीफा दे दिया था. सीएम ने थांगख्यू के मौत की न्यायिक जांच की मांग की है।
मेघालय में सुबह 5 बजे से शाम 4 बजे तक कर्फ्यू में ढील
मेघालय सरकार ने अपने आदेश में कहा है कि 18 अगस्त को सुबह 5 बजे से शाम 4 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी. इससे पहले मेघालय के सीएम ने कहा था कि सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक के लिए ढील दी जाएगी।
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