मंडी: हिमाचल प्रदेश में शिमला के बाद अब मंडी में अवैध मस्जिद पर शुक्रवार को बवाल देखने को मिला है. मंडी में जेल रोड में बनी मस्जिद में अवैध निर्माण को लेकर हिंदू संगठनों ने रोष प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शानकारी मस्जिद के करीब जब पहुंचे तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के ऊपर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया और उन्हें मौके से खदेड़ दिया. मंडी में रोष प्रदर्शन के दौरान कोई भी घायल नहीं हुआ, जो कि सुखद बाद है. दोपहर दो बजे तक प्रदर्शनकारी अपने अपने घरों को लौट गए. फिलहाल, एहतियतन मस्जिद के पास अब भी पुलिस बल मौजूद हैं.
जानकारी के अनुसार, मंडी जिले में शुक्रवार को हिंदू संगठनों के प्रदशर्न के चलते धारा-163 (पहले 144) लगाई गई थी. इस दौरान मंडी पुलिस ने कुल 300 जवान शहर भर में तैनात किए थे. करीब 11 बजे हिंदू सगंठनों के लोग मंडी के सेरी मंच पर एकजुट हुए और यहां पर प्रदर्शन का आगाज किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सेरी मंच से जुलूस शुरू किया और वह इंदिरा मार्केट के आसपास से गुजरते हुए मस्जिद की तरफ निकले. इस दौरान प्रदर्शनकारी स्कूर बाजार से होते हुए मस्जिद के सामने बैरिकेड्स के पास पहुंचे और आगे बढ़ने की कोशिश की.
हालांकि, इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने नहीं दिया और जब उन्होंने बैरिकैड्स पर चढ़ने की कोशिश की तो फिर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. करीब तीन घंटे तक प्रदर्शनकारी यहां पर डटे रहे. इस दौरान डीसी मंडी ने भी उनसे बातचीत की. लेकिन बीच बीच में प्रदर्शनकारी बैरिकेड्स से आगे बढ़ने की कोशिस करते रहे तो पुलिस लगातार वॉटर कैनन का इस्तेमाल करती रही. इस दौरान पुलिस प्रदर्शानकारियों को मौके से हटाने में कामयाब रही. लेकिन धारा 163 मंडी शहर में टूट गई. गौरतलब है कि पुलिस ने जेल रोड पर बनी इस मस्जिद के आगे से जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया था.
उधर, शिमला और मंडी में मस्जिद विवाद के बाद सुक्खू सरकार बैकफुट पर है. सरकार पर कई सवाल उठ रहे हैं और इस कारण सीएम सुक्खू ने शुक्रवार को सर्वदलीय मीटिंग की. शिमला में हुई इस सर्वदलीय मीटिंग में कांग्रेस, भाजपा, माकपा और आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधि मौजूद रहे. भाजपा की तरफ से विधायक रणधीर सिंह को भेजा गया था और नेता विपक्ष और पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने इस मीटिंग से दूरी बनाई.
मीटिंग के बाद सीएम सुक्खू ने मीडिया से बातचीत की और मीटिंग का ब्यौरा दिया. सीएम सुक्खू ने कहा कि संजौली मस्जिद विवाद पर सर्वदलीय बैठक मीटिंग हुई है. सीएम ने बताया कि संजौली मे एक झगड़ा से पूरा विवाद शुरू हुआ. उसके बाद हालात बिगड़े हैं. कई बार स्थानीय नेताओं के चलते स्थिति बिगड़ी. सर्वदलीय बैठक में सभी ने माना कि हिमाचल में सभी को काम करने का अधिकार है और जो भी हो, कानून के दायरे में किया जाए. सीएम ने कहा कि किसी समुदाय को हानि पहुंचाने की बात नहीं होनी चाहिए.
मीटिंग में एक बड़ा फैसला भी हुआ, जिसमें सीएम ने कहा कि स्ट्रीट वैंडर को लकेर विधानसभा की संयुक्त समिति का गठित करने का प्रस्ताव पारित किया गया है. ऐसे में चर्चा के बाद स्ट्रीट वेंडर्स पर पॉलिसी बनाई जाएगी. सीएम ने संजौली विवाद पर कहा कि अवैध निर्माण को कानूनी प्रकिया से हटाया जाएगा. यह मुद्दा स्ट्रीट वेंडर का है. ये कोई धार्मिक मुद्दा नहीं है और बाहर से जो लोग आ रहे हैं उन्हें लेकर परेशानी है. हिमाचल प्रदेश एक टूरिस्ट स्टेट है और यहां पर सभी का स्वागत है.
शिमला के संजौली और मंडी में प्रदर्शन के बाद अब मामला कुछ हद तक शांत हुआ है. लेकिन 14 सिंतबर के लिए भी प्रोटेस्ट कॉल किया गया है. हालांकि, इन दोनों जिलों में पुलिस की तरफ से सतर्कता बरती जा रही है. लेकिन मामला कुछ हद तक शांत हुआ है.
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