इंदौर। नागपुर (Nagpur) के व्यापारी का अपहरण कर रुपए लूटने वाले पांचों अपहरणकर्ताओं को देर रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पहले तीन आरोपियों को पकड़ा था। उसके बाद दो और आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए। बताया जा रहा है कि आरोपियों से व्यापारी की मुलाकात इंदौर (Indore) के एक बीयर बार में हुई थी। वहीं सस्ते माल को लेकर डील भी हुई। अपहरण के मामले में दो पुलिसवालों के नाम भी सामने आ रहे हैं।
छोटी ग्वालटोली पुलिस (Choti Gwaltoli Police) ने बताया कि नागपुर निवासी रोहित अग्रवाल (Rohit Agarwal) और उसके ससुर रामअवतार अग्रवाल (Father-in-law Ramavatar Agarwal) से बदमाशों ने 11 लाख रुपए लूट लिए। इस मामले में आशीष गुर्जर (Ashish Gurjar), चेतन और अनूप पांडे (Chetan and Anoop Pandey) सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि रोहित मेडिसिन का कारोबारी है। वह मेडिसिन खरीदने इंदौर आता-जाता रहता था। इसी दौरान वह एक बीयर बार में बीयर पीने पहुंचा तो उसे जुआरी आशीष और अनूप मिले। बातों ही बातों में बिजनेस की बात निकली तो दोनों ने रोहित को कहा कि वे सस्ती सिगरेट उपलब्ध करा सकते हैं। सिगरेट का एक कार्टून वह 6 हजार में दिलवा सकते हैं। रोहित के मन में लालच आया और उसने आगरा में एव्हरफ्रेश (everfresh) की दुकान चलाने वाले ससुर के लिए सिगरेट की डील पक्की कर दी। रोहित सिगरेट लेने इंदौर आया और छोटी ग्वालटोली की नीलम होटल में ठहरा।
डील के अनुसार माल देने और रुपए लेने आशीष साथी अनूप और चेतन के साथ होटल पहुंचा। इसके बाद आशीष उसे बरगलाकर मांगलिया ले गया। यहां कार सवार उसके चार और साथी आ गए तथा आशीष के साथ मारपीट करते हुए उसके सामने पिस्टल अड़ाई और धमकाया कि होटल में ठहरे ससुर को बोल कि उन्हें साढ़े आठ लाख रुपए दे दे। रोहित ने फोन पर ससुर से कहा कि अनूप और चेतन को रुपए दे दो। इसके बाद उसकी हत्या की धमकी देते हुए उसे कार में बैठाकर ग्वालटोली लाए और फिर डेढ़ लाख रुपए छीन लिए। बताया जा रहा है कि आशीष और अनूप जुआरी हैं। ये जुआ खेलने राजस्थान जाते हैं। एक आरोपी पर हाफ मर्डर का केस भी दर्ज है, जबकि जुए में भी कई बार पकड़ा चुके हैं। संभवत: जुए की लत ने आरोपियों को अपराध करने पर मजबूर किया होगा।
क्राइम सर्विलेंस लिखी गाड़ी से अपहरण, दो पुलिसवालों की भूमिका की जांच
पुलिस के अनुसार जिस कार में रोहित को बैठाकर लाया गया था, उस पर क्राइम सर्विलेंस लिखा था। पुलिस ने पता लगाया तो सामने आया कि यह दिल्ली की एक संस्था है, जो एनजीओ की तरह काम करती है। कोई अपहरणकर्ता इस संस्था से जुड़ा हो सकता है। उधर शिप्रा के एक वर्दी वाले सहित दो पुलिसवालों के नाम भी अपहरण में सामने आ रहे हैं। पुलिस ने लखन सहित एक अन्य पुलिसवाले से पूछताछ शुरु कर दी है।
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