• img-fluid

    26 साल से अंडरग्राउंड फरार सपा विधायक रफीक अब हुए अरेस्‍ट, 101 वारंट हो चुका जारी, बाराबंकी में मिले

  • May 28, 2024

    नई दिल्‍ली(New Delhi) । यूपी की मेरठ विधानसभा सीट(Meerut assembly seat of UP) से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party)के विधायक रफीक अंसारी (MLA Rafiq Ansari)को बाराबंकी के जैतपुर थानाक्षेत्र से गिरफ्तार (Arrested from Jaitpur police station area)कर लिया गया। सपा विधायक कानूनी तौर पर 26 साल से फरार थे। उनके खिलाफ 101 वारंट जारी हो चुके थे लेकिन हनक ऐसी थी कि गिरफ्तारी नहीं हुई। हाईकोर्ट ने सख्‍त रुख अपनाते हुए विधायक की गिरफ्तारी के लिए आदेश जारी किया था। इसके बाद विधायक अंडरग्राउंड हो गए थे। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह हाईकोर्ट गुहार लगाने की कोशिश भी कर रहे थे लेकिन इसी बीच मेरठ की सर्विलांस और बाराबंकी पुलिस ने उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया। विधायक के नाम पहला वारंट 1997 में जारी हुआ था।

    कोर्ट ने डीजीपी उत्तर प्रदेश को निर्देश दिया था कि रफीक अंसारी को कोर्ट का वारंट तामील करा अपनी रिपोर्ट अदालत में दाखिल करें। सोमवार रात करीब 9 बजे बराबंकी से मेरठ लाकर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज करते हुए 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश दिया। दिल का मरीज होने के कारण विधायक की स्वास्थ्य जांच मेडिकल अस्पताल में कराई गई और रिपोर्ट सामान्य आने पर देर रात 11 बजे विधायक को जेल भेज दिया गया।


    यह था मामला विधायक रफीक अंसारी के साथ करीब 40 लोगों के खिलाफ मेरठ के नौचंदी थाने में 12 सितंबर 1995 को बलवा, तोड़फोड़ और आगजनी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में 22 लोगों के खिलाफ 24 अक्तूबर 1995 को पुलिस ने आरोप पत्र दाखिल कर दिया। रफीक अंसारी के खिलाफ 22 जून 1996 को चार्जशीट दाखिल हुई थी। कोर्ट ने 18 दिसंबर 1997 को रफीक अंसारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया, लेकिन वह कभी कोर्ट नहीं आए। इस दौरान लगातार उनके गैर जमानती वारंट होते रहे, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले में 22 आरोपियों के खिलाफ 15 मई 1997 को मुकदमे का विचारण पूरा हो गया और सभी को बरी कर दिया गया।

    मेरठ में होती रही दबिश, बाराबंकी में मिले विधायक

    सपा विधायक रफीक अंसारी गिरफ्तारी के आदेश होते ही अंडरग्राउंड हो गए। गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने हाईकोर्ट की शरण ली, लेकिन वहां भी मदद नहीं मिली। इसी दौरान मेरठ पुलिस ने धरपकड़ के लिए घेराबंदी पुख्ता कर दी और टीम दबिश देने लगी। सोमवार को मेरठ सर्विलांस टीम और बाराबंकी पुलिस ने विधायक को बाराबंकी से गिरफ्तार कर लिया।

    विधायक रफीक अंसारी के खिलाफ दर्ज मुकदमे में उनके खिलाफ लगातार गिरफ्तारी वारंट जारी हो रहे थे। इसके बावजूद रफीक अंसारी कोर्ट के सामने पेश नहीं हुए। 26 साल से इस मामले में फरार चल रहे रफीक अंसारी की मुश्किलें उस समय बढ़ गईं, जब हाईकोर्ट ने मुकदमा खारिज करने की याचिका को निरस्त कर दिया। इसके बाद पुलिस को विधायक रफीक अंसारी की गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिए गए। मेरठ एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने विधायक की गिरफ्तारी के लिए टीम बना दी। पुलिस ने दबिश शुरू की तो विधायक अंडरग्राउंड हो गए। हालांकि उन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।

    एमपी-एमएलए कोर्ट ने की जमानत याचिका खारिज

    शहर विधायक रफीक अंसारी को बाराबंकी में गिरफ्तार किए जाने के बाद सोमवार रात करीब आठ बजे पुलिस फोर्स मेरठ लेकर पहुंची। विधायक रफीक अंसारी को पहले जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनका मेडिकल किया गया। इसके बाद रफीक अंसारी को विशेष न्यायाधीश एसीजेएम-फर्स्ट/ एमपी-एमएलए कोर्ट के समक्ष रात नौ बजे पेश किया गया। कोर्ट के सामने अभियोजन की ओर से जमानत का विरोध किया गया। कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज करते हुए विधायक रफीक अंसारी को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश दिया। विधायक चूंकि दिल के मरीज हैं, इसलिए जेल अधीक्षक को डॉक्टरी परीक्षण कराने और नियमानुसार कार्रवाई कराने का आदेश दिया गया है।

    कानूनी रूप से 26 साल से फरार थे विधायक

    विधायक रफीक अंसारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट व कुर्की का आदेश अदालत से लगातार जारी किया जाता रहा। कानूनी रूप से 26 साल से वह फरार रहे। अब तक करीब 100 वारंट जारी होने के बाद इस बार मामला तूल पकड़ गया। रफीक अंसारी की ओर से हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा गया कि इसी मुकदमे में अन्य 22 अभियुक्त बरी हो चुके हैं, उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे की कार्रवाई खत्म की जाए। कोर्ट ने मांग यह कहते हुए खारिज कर दी कि सह अभियुक्तों की दोष मुक्ति का निर्णय अन्य अभियुक्तों को बिना ट्रायल चलाए, बिना उनके खिलाफ साक्ष्य की समीक्षा किए मुकदमे की कार्रवाई समाप्त करने का आधार नहीं हो सकता है।

    जिला अस्पताल से मेडिकल तक हुई विधायक की जांच

    विधायक रफीक अंसारी की सोमवार को जिला अस्पताल से मेडिकल तक कई चरणों में जांच की गई। पहले सीने में दर्द और घबराहट की शिकायत पर विधायक का जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया। विधायक का ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ पाया गया। उनकी बीपी 165 और 95 रहा। विधायक ने बताया वह हार्ट के मरीज हैं। कुछ दिनों पहले स्टंट डाला गया था। इस पर जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उनको हृदय रोग विशेषज्ञ से जांच के लिए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. धीरज सोनी की टीम ने ईसीजी जांच की। रिपोर्ट सामान्य पाई गई। इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।

    जनता से धोखा, कराऊंगा मुकदमा : कमलदत्त शर्मा

    रफीक अंसारी के सामने चुनाव लड़ने वाले भाजपा नेता कमलदत्त शर्मा ने कहा कि चुनाव में शपथ पत्र में गलत जानकारी देकर रफीक अंसारी ने जनता के साथ धोखा किया है। मंगलवार को एसएसपी से मिलकर शपथ पत्र की कॉपी दूंगा। धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराऊंगा

    एमपी-एमएलए कोर्ट ने की जमानत याचिका खारिज

    शहर विधायक रफीक अंसारी को बाराबंकी में गिरफ्तार किए जाने के बाद सोमवार रात करीब आठ बजे पुलिस फोर्स मेरठ लेकर पहुंची। विधायक रफीक अंसारी को पहले जिला अस्पताल लाया गया, जहां उनका मेडिकल किया गया। इसके बाद रफीक अंसारी को विशेष न्यायाधीश एसीजेएम-फर्स्ट/ एमपी-एमएलए कोर्ट के समक्ष रात नौ बजे पेश किया गया। कोर्ट के सामने अभियोजन की ओर से जमानत का विरोध किया गया। कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज करते हुए विधायक रफीक अंसारी को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश दिया। विधायक चूंकि दिल के मरीज हैं, इसलिए जेल अधीक्षक को डॉक्टरी परीक्षण कराने और नियमानुसार कार्रवाई कराने का आदेश दिया गया है।

    Share:

    नया मुख्य युद्धक टैंक बनाने जा रहे यूरोपीय देश, टेंशन में रूस!

    Tue May 28 , 2024
    पेरिस: यूरोपीय देश (European countries) यूक्रेन (ukraine) युद्ध में अपने टैंकों (tank) के खराब प्रदर्शन को देखते हुए एक नए मुख्य युद्धक टैंक (main battle tank) के विकास में जुटे हैं। उनकी कोशिश एक ऐसा शक्तिशाली टैंक बनाने की है, जो युद्ध के मैदान में उनके दो दुश्मनों रूस (Russia) और चीन (China) को टक्कर […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    शुक्रवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved