• img-fluid

    टोक्यो में मेडल के दावेदार Neeraj Chopra 19 साल में बने आर्मी अफसर

  • August 04, 2021

    नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics 2020) की जैवलिन थ्रो (Javelin Throw) यानी भाला फेंक के क्वालिफिकेशन राउंड में भारत के नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) पहले नंबर पर रहे हैं. उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर का थ्रो किया. नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) अब 7 अगस्त को फाइनल खेलेंगे. नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) को शुरू से ही टोक्यो ओलंपिक(Tokyo Olympics) में मेडल का दावेदार माना जा रहा था और फाइनल में पहुंचकर उन्होंने भारत के लिए मेडल की उम्मीद भी जगा दी है. नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) का फाइनल में पहुंच जाना भारत के लिए इसलिए भी बड़ी जीत है, क्योंकि उन्होंने 2017 के वर्ल्ड चैम्पियन जोहानेस वेटर को भी पछाड़ दिया. जर्मनी के जोहानेस वेटर नीरज के बाद दूसरे नंबर पर रहे. जोहानेस ने पहले ही कहा था कि ओलंपिक में नीरज को हराना मुश्किल होगा.
    हरियाणा के पानीपत जिले के खांद्रा गांव में एक छोटे से किसान के घर पर 24 दिसंबर 1997 को नीरज का जन्म हुआ था. नीरज ने अपनी पढ़ाई चंडीगढ़ से की. नीरज ने 2016 में पोलैंड में हुए IAAF वर्ल्ड U-20 चैम्पियनशिप में 86.48 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड जीता था, जिसके बाद उन्हें आर्मी में जूनियर कमिशन्ड ऑफिसर के तौर पर नियुक्ति मिली थी. आर्मी से जॉब मिलने के बाद नीरज ने एक इंटरव्यू में कहा था, “मेरे पिता एक किसान हैं और मां हाउसवाइफ हैं और मैं एक ज्वॉइंट फैमिली में रहता हूं. मेरे परिवार में किसी की सरकारी नौकरी नहीं है. इसलिए सब मेरे लिए खुश हैं.” उन्होंने आगे कहा था, “अब मैं अपनी ट्रेनिंग जारी रखने के साथ-साथ अपने परिवार की आर्थिक मदद भी कर सकता हूं.”



    2018 में इंडोनेशिया के जकार्ता में हुए एशियन गेम्स में नीरज ने 88.06 मीटर का थ्रो कर गोल्ड मेडल जीता था. नीरज पहले भारतीय हैं जिन्होंने एशियन गेम्स में गोल्ड जीता है. एशियन गेम्स के इतिहास में जैवलिन थ्रो में अब तक भारत को सिर्फ दो मेडल ही मिले हैं. नीरज से पहले 1982 में गुरतेज सिंह ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था.
    2018 में एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन करने के बाद नीरज कंधे की चोट का शिकार हो गए. इस वजह से वो काफी वक्त तक खेल से दूर रहे. 2019 तो उनके लिए और भी खराब रहा और उसके बाद कोरोना के कारण कई इवेंट रद्द हो गए.
    इसके बाद वापसी करते हुए इसी साल मार्च में हुई इंडियन ग्रांड प्रिक्स में नीरज ने 88.07 मीटर का थ्रो कर अपना ही नेशनल रिकॉर्ड तोड़ दिया था. नीरज का ये अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन था.
    23 साल के नीरज अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद किसी वर्ल्ड लेवल एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में गोल्ड जीतने वाले दूसरे भारतीय हैं. उन्होंने IAAF वर्ल्ड U-20 में गोल्ड जीता था. साल 2016 में उन्होंने साउथ एशियन गेम्स में 82.23 मीटर का थ्रो कर गोल्ड जीता. इसके बाद 2017 में उन्होंने 85.23 मीटर का थ्रो कर एशियन एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में भी गोल्ड मेडल जीता था.
    नीरज ने पिछले साल साउथ अफ्रीका में हुई सेंट्रल नॉर्थ ईस्ट मीटिंग एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 87.86 मीटर का थ्रो कर ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया था. ओलंपिक में क्वालिफाई करने के लिए 85 मीटर का थ्रो करना जरूरी था.
    नीरज को टोक्यो में मेडल का दावेदार इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि 2016 के रियो ओलंपिक में त्रिनिदाद एंड टोबैगो के केशोरन वाल्कॉट ने 85.38 मीटर जैवलिन थ्रो के साथ ब्रॉन्ज जीता था. ऐसे में नीरज चोपड़ा अगर अपने वर्तमान बेस्ट थ्रो (88.07 मीटर) को ही दोहरा दें तो उनका मेडल पक्का है.

    Share:

    Tokyo Olympics 2020: पहली बार ओलंपिक खेलने गई Lovlina Borgohain ने भारत को दिलाया ब्रॉन्ज मेडल

    Wed Aug 4 , 2021
    डेस्क: ओलंपिक खेलों में पहली बार भाग ले रहीं भारत की युवा महिला बॉक्सर लवलीना बोर्गोहेन (Lovlina Borgohain) ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर देश का सिर ऊंचा किया है. महिला बॉक्सिंग के 69 किलो भार वर्ग में खेलने वालीं लवलीना को बुधवार को दुनिया की नंबर एक बॉक्सर तुर्की की बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    गुरुवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved