केरल। देश के कई इलाकों में खसरा (Measles in areas) का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. महाराष्ट्र के बाद अब केरल में भी खसरे के मामले में लगातार इजाफा हो रहा है. केरल का मलप्पुरम (Malappuram in Kerala) खसरे से सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां अब तक 160 केस दर्ज किए गए हैं. हालांकि, राहत की बात यह है कि अब तक इस खसरे से यहां एक भी मौत नहीं हुई है. इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अध्यक्ष डॉ. जोस (Chairman Dr. Jose) ने कहा कि आने वाले दिनों में खसरा के और अधिक फैलने की संभावना है. हम अधिक से अधिक टीका लगाने पर जोर दे रहे हैं.
इससे पहले खसरे के बढ़ते प्रकोप के बीच रांची (झारखंड), अहमदाबाद (गुजरात) और मलप्पुरम (केरल) में बच्चों में खसरे के मामलों की संख्या में वृद्धि का आकलन (growth assessment) और प्रबंधन करने के लिए केंद्र ने उच्चस्तरीय दलों को तैनात किया. स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि ये दल खसरे के मामलों की बढ़ती प्रवृत्ति पर गौर करेंगे. ये दल बीमारी से निपटने में राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता करेंगे. इन तीन शहरों में बच्चों के बीच खसरे के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है.
मुंबई में खसरा का सबसे अधिक खतरा
महाराष्ट्र (Maharashtra) में इस साल की शुरुआत से खसरे के मामलों की संख्या 717 पहुंच गई है, जिसमें 313 मामले मुंबई में ही हैं. राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को जानकारी दी कि बच्चों को अधिक प्रभावित करने वाले इस वायरल संक्रमण से अब तक 14 लोगों की जान जा चुकी है. आधिकारिक बयान के अनुसार, अकेले मुंबई में 28 नवंबर तक खसरे से 10 लोगों की मौत हो चुकी है. मुंबई राज्य में खसरे से सर्वाधिक प्रभावित है.
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