सादिक़ हूँ अपने क़ौल का ‘ग़ालिब’ ख़ुदा गवाह ,
कहता हूँ सच कि झूट की आदत नहीं मुझे।
कल की शाम महाकाल की नगरी उज्जैन में सोसायटी फ़ॉर प्रेस क्लब की जानिब से सीनियर सहाफियों के इस्तकबाल का पिरोगराम मुनक़्क़ीद किया गया। इस मौके पे पिरेस कलब के हॉल में ‘पत्रकारिता का युग बदला, अब डिजिटल की चुनोतीÓ इस मौजूं पे मेहमान सहाफियों ने तबदला-ए-खय़ाल करा। अग्निबाण भोपाल के एडिटर रवीन्द्र जैन साब ने दड़ेदम अंदाज़ में कहा के…. मियां ऐसा है के इस दौर की सहाफत में जो सहाफी (पत्रकार) सच्चाई से बावस्ता हेंगें उनके लिए अपना वजूद बचाना भोत मुश्किल हो रिया है। जैन साब बोले के सच्चे सहाफियों को अखबार से बाहर करने की ताकत रसूखदारों के पास है। उन्ने कहा के आज सच लिखने वालों को धमकियां दी जातीं हैं। बरसों आकाशवाणी में रहे और दिल्ली दूरदर्शन के साबिक़ निदेशक और सहाफी राजशेखर व्यास साब को भरोसा है के फिलवक्त प्रिंट मीडिया को डिजिटल मीडिया से कोई खतरा-मतरा नईं हेगा। उनके मुताबिक प्रिंट मीडिया का न पेले कोई तोड़ था और न आज है।
व्यासजी बोले के आज भलेई डिजिटल खबरें फौरन से पेशतर पूरी दुनिया में फेल लई हेंगी फिर भी रीडर अखबारों पेई भरोसा करता है। साधना न्यूज़ के एडिटर पंकज दीक्षित ने साफ तौर ले कहा के आज हमें डिजिटल की ताकत को समझने की जरूरत है। आज भोत सारे नामवर सहाफी डिजिटल मीडिया के ज़रिए अपनी खबरों और पिरोग्रामों को दुनिया भर में पोचा रय हेँगे। सीनियर सहाफी अनूप शाह साब ने कहा के आज डिजिटल मीडिया कित्ताई साउंड हो जाये बाकी लोग भरोसा तो प्रिंट पेई करते हैं। इस कालम के लिए कागज़ काले करने वाले सहाफी आरिफ मिजऱ्ा ने कहा के फिलवक्त प्रिंट मीडिया के सामने डिजिटल मीडिया बड़ी चुनोती बन के उभरा है। नोजवान रीडर आज की खबर आज देखना चाहता है। ज्यादार नोजवान अखबार पढऩे में यकीन नईं करते। ऐसे लोगों को ही डिजिटल मीडिया ने टारगेट किया हुआ है। उज्जैन प्रेस क्लब के प्रेसिडेंट विशाल सिंह हाड़ा ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताई। पिरोगराम को पिरेस कलब के जॉइंट सिक्रेटी रवि सेन इस उम्दा कंडक्ट करा। भूपेंद्र भूतड़ा साब ने शुक्रिया अदा करा। इस मौके पे उज्जैन के भोत भन्नाट सहाफी और अदम्य साप्ताहिक के एडिटर भूपेंद्र दलाल खासतौर से मौजूद थे। पिरोगराम के बाद उज्जैनी सहाफियों के साथ सभी ने मालवा के रिवायती खाने का लुत्फ लिया।
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