भोपाल। प्रदेश के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की कक्षाएं एक दिसंबर से शुरू होंगी। नेशनल मेडिकल कमीशन की ओर से निर्देश मिलने के बाद मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय व कॉलेजों ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। शुक्रवार को विश्वविद्यायल के कुलपति डॉ.टीएन दुबे ने प्रदेश के सभी निजी और सरकारी कॉलेजों के अधिष्ठाताओं से इस संबंध में चर्चा की है। सभी से राय ली गई कि कक्षाएं शुरू होने में क्या दिक्कत आ सकती है। कोरोना से बचाव के लिए क्या उपाय किए जाएंंगे। सभी डीन ने सहमति दी है कि एक दिसंबर से कक्षाएं शुरू करने के लिए तैयारी कर लेंगे। अभी एक महीने से ज्यादा समय है, इसलिए तैयारी करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
कक्षाएं शुरू करने में ये हैं चुनौती
गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल की डीन डॉ. अरुणा कुमार ने बताया कि कक्षाएं शुरू करने के पहले कई बड़े काम करने होंगे। छह महीने से छात्रावास और कक्षाएं बंद हैं। उन्हें फिर साफ कराने के बाद सैनिटाइज कराना होगा। कॉलेज में मध्यप्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों के छात्र भी पढ़ते हैं, उन्हें सूचना देनी होगी। सीमित ट्रेनें चल रही हैं, इसलिए छात्रों को आने-जाने में भी दिक्कत होगी। उन्होंने बताया कि एमबीबीएस में 180 विद्यार्थी हैं। तीन बैच बनाकर उन्हें अलग-अलग दिन बुलाया जाएगा, जिससे संक्रमण का खतरा न रहे।
विद्यार्थियों को खुद लाना होगा मास्क
जीएमसी की डीन अरुणा कुमार ने इस संबंध में शुक्रवार को विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की है। इसमें कहा गया है कि छात्रों को अपने साथ सैनिटाइजर खुद लाना होगा। बिना मास्क के कॉलेज परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। बचाव के लिए शारीरिक दूरी का पालन कराने की जिम्मेदारी विभागाध्यक्षों की होगी।
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