लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए शुक्रवार सुबह कई ट्वीट्स किए। मायावती ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी का मुख्यमंत्री बनने का सपना कभी पूरा नहीं होगा। मायावती ने शुक्रवार को एक के बाद एक ट्वीट कर अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए लिखा, ‘सपा मुखिया यूपी में मुस्लिम व यादव समाज का पूरा वोट लेकर तथा कई-कई पार्टियों से गठबंधन करके भी जब अपना सीएम बनने का सपना पूरा नहीं कर सके हैं, तो फिर वो दूसरों का पीएम बनने का सपना कैसे पूरा कर सकते हैं?’
मायावती ने आगे लिखा, ‘इसके साथ ही, जो पिछले हुए लोकसभा आम चुनाव में, बसपा से गठबन्धन करके भी, यहां खुद 5 सीटें ही जीत सके हैं, तो फिर वो बसपा की मुखिया को कैसे पीएम बना पायेंगे? अतः इनको ऐसे बचकाने बयान देना बंद करना चाहिए।’ एक अन्य ट्वीट में बसपा मुखिया ने लिखा, ‘साथ ही, मैं आगे सीएम व पीएम बनूं या ना बनूं, लेकिन मैं अपने कमजोर व उपेक्षित वर्गों के हितों में देश का राष्ट्रपति कतई भी नहीं बन सकती हूं। अतः अब यूपी में सपा का सीएम बनने का सपना कभी भी पूरा नहीं हो सकता है।’
अखिलेश के इस बयान पर किया मायावती ने ट्वीट
गौरतलब है कि गुरुवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव एक इफ्तार पार्टी में गए थे जहां उनसे मायावती के राष्ट्रपति न बनने वाले बयान पर सवाल किया गया। तब अखिलेश ने कहा है कि वे भी चाहते थे कि बसपा की मुखिया मायावती प्रधानमंत्री बनें। इसलिए 2019 लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने बसपा से गठबंधन किया था। मैं खुश हूं, मैं भी यही चाहता था। पिछले चुनाव में इसी को लेकर गठबंधन किया गया था। अगर गठबंधन जारी रहता तो बसपा और डॉ. भीम राव अंबेडकर के अनुयायी देख सकते थे कि कौन प्रधानमंत्री बनता।
अखिलेश भाग सकते हैं विदेश : मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को भी सपा मुखिया अखिलेश यादव पर हमला बोला था। कहा कि, ‘मैं फिर से सीएम बनने, आगे चलकर पीएम बनने का सपना तो देख सकती हूं, लेकिन देश का राष्ट्रपति बनने का सपना कभी नहीं देख सकती। सपा मुखिया यह अफवाह फैलाना बंद करें। चुनावों में मात खाए अखिलेश विदेश भागने की फिराक में हैं। वहां पहले ही उन्होंने अपना बंदोबस्त कर लिया है।’
मायावती ने बयान जारी कर कहा कि यूपी में भाजपा की सत्ता वापसी के लिए सपा जिम्मेदार है। सपा और भाजपा ने मिलकर पूरे चुनाव को हिंदू-मुस्लिम रंग दे दिया और भाजपा सत्ता में आ गई। अब गरीबों, मुसलमानों पर जो जुल्म हो रहे हैं उसके लिए सपा मुखिया जिम्मेदार हैं। मायावती ने कहा कि यदि यूपी में दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग, मुस्लिम व अपर कास्ट का गरीब तबका बीएसपी से जुड़ जाता है तो फिर ये मुझे यूपी का सीएम ही नहीं बल्कि आगे चलकर देश का पीएम भी बना सकते हैं। मायावती ने आरोप लगाया कि रमजान के महीने में जबरदस्त बिजली कटौती की जा रही है। सरकार को इस पर सख्त कदम उठाने चाहिए।
अब सपा की सत्ता में वापसी कभी नहीं
मायावती ने कहा कि यूपी के मुस्लिमों और यादवों ने इस चुनाव में सपा को अपना एकतरफा वोट देकर देख लिया है। कई पार्टियों से गठबंधन भी किया पर कुछ फायदा नहीं हुआ। अब ये लोग इनके बहकावे में आने वाले नहीं हैं। सपा मुखिया को भी यह अहसास हो चुका है कि सपा अब कभी सत्ता में आने वाली नहीं है। मायावती ने कहा कि मैंने डॉ. आंबेडकर और कांशीराम के बताए मार्ग पर चलते हुए दबे कुचले लोगों को अपने पैरों पर खड़ा करने में जिंदगी समर्पित की। यह सेवा राष्ट्रपति बनकर नहीं बल्कि पीएम एवं सीएम बनकर ही की जा सकती है। इसलिए सपा के लोग जो जबरदस्ती उन्हें राष्ट्रपति बनाने का सपना देख रहे हैं, उन्हें भूल जाना चाहिए।
स्मारकों व पार्कों के लिए सीएम को भेजी चिट्ठी
विभिन्न पार्कों, संग्रहालयों एवं स्मारकों की बदहाली का मामला उठाते हुए बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र व विधायक उमाशंकर सिंह गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले। उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती का पत्र सीएम को सौंपा जिसमें इस प्रकरण को गंभीरता से लेने की मांग की गई है। पत्र में मायावती ने कहा है कि राजधानी के पार्कों, संग्रहालयों एवं स्मारकों का हाल बुरा है। कांशीराम स्मारक तथा डॉ. भीमराव आंबेडकर स्मारक के गुंबद में लीकेज के कारण सीलन आ गई है। कांशीराम स्मारक की छत में काफी बड़ी दरार आ गई है। पत्थर उखड़कर गिर रहे हैं। ऐसे ही इनके संरक्षण में लगे कर्मचारियों की समस्याएं समेत और कई दुश्वारियां हैं, जिन्हें तत्काल दूर करने की जरूरत है।
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