लखनऊ (Lucknow) । बसपा (BSP) लोकसभा चुनाव-2024 (Lok Sabha Elections-2024) में बेहतर प्रदर्शन के लिए नए सिरे से रणनीति तैयार कर रही है। इस बार उसकी नजर आरक्षित वर्ग की 17 सीटों पर है। बसपा ने पिछली बार नगीना व लालगंज (Nagina and Lalganj) दो सीटें जीती थी और अधिकतर सीटों पर कम अंतर से हारी थी। इसीलिए इस बार कॉडर के अंदर से उम्मीदवारों की तलाश की जा रही है।
यूपी में लोकसभा की कुल 80 सीटें हैं। इनमें से 17 सीटें आरक्षित हैं। बसपा पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार बेहतर प्रदर्शन की रणनीति तैयार कर रही है। उसका मानना है कि कॉडर वोट बैंक के साथ मुस्लिमों और पिछड़ों ने साथ दिया था तो परिणाम उसके पक्ष में आएंगे। मायावती मौजूदा समय देश के पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं। इसके बाद भी खाली समय में मंडलवार बैठकें कर रही हैं। इन बैठकों में वह लोकसभा चुनाव की तैयारियों की लागतार समीक्षा कर रही है। उन्होंने मंडल प्रभारियों को उम्मीदवारों के चयन का निर्देश दे दिया है। आरक्षित सीटों पर मंडल प्रभारियों को लगातार कैंप करने का निर्देश दिया गया है। इन सीटों के लिए कॉडर के पुराने नेताओं की उम्मीदवारी तय करने को कहा गया है। इसके आधार पर ही पैनल तैयार करने को कहा गया है।
आरक्षित सीटों की स्थिति वर्ष 2019 नगीना बसपा गिरीश चंद्रा, बुलंदशहर भाजपा भोला सिंह, हाथरस भाजपा राजवीर, आगरा भाजपा सत्यपाल सिंह बघेल, शाहजहांपुर भाजपा अरुण कुमार सागर, हरदोई भाजपा जय प्रकाश, मिश्रिख भाजपा अशोक कुमार रावत जीते। इसके पहले वह बसपा के टिकट पर 2004 व 2009 में भी जीत चुके हैं। बसपा इस सीट पर तीन बार 1998, 2004 व 2009 में जीत चुकी है। मोहनलालगंज भाजपा के कौशल किशोर, इटावा डा. रमाशंकर कठेरिया, बसपा 1991 में यह जीत चुकी है। जालौन भानु प्रताप सिंह वर्मा बसपा यहां 1999 में चुनाव जीत चुकी है। कौशांबी भाजपा विद्या सागर सोनकर, बाराबंकी भाजपा उपेंद्र सिंह रावत, बसपा यहां पर 2004 में चुनाव जीत चुकी है।
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