कोरोना (Corona) बीते दो साल से कई लोगों की शादी (marriage) में रुकावट डाल रहा था। 2021 में जब राहत मिली तो नवंबर महीने में जमकर शादिया हुई। इस साल भी ओमिक्रॉन (Omicron) का प्रभाव है, फिर भी माना जा रहा है कि शुभ लग्न में जमकर बैंड-बाजे बजेंगे। इससे शादी का सामान बेचने वाले से लेकर सजावट और कैटरिंग से जुड़े लोगों की चांदी होने वाली है। इस महीने 11 जनवरी को शुक्र उदय होगा, उसके बाद 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर सूर्य धनु राशि से मकर राशि में आएगा। जिससे खरमास खत्म हो जाएगा। इसके बाद मांगलिक कामों की शुरुआत होगी। 15 जनवरी को साल 2022 का पहला विवाह मुहूर्त रहेगा। इस साल शादियों के लिए मई और जून में सबसे ज्यादा मुहूर्त होंगे। 2022 में वसंत पंचमी, अक्षय तृतीया और देवउठनी (Vasant Panchami, Akshaya Tritiya, Dev Uthni) अबूझ मुहूर्त को मिलाकर शादियों के लिए कुल 52 दिन शुभ रहेंगे।
15 जनवरी को साल के पहले विवाह मुहूर्त के बाद 22 फरवरी तक शादियां हो पाएंगी। 23 फरवरी को गुरु अस्त हो जाने के बाद 17 अप्रैल से शादियों का सीजन शुरू होगा, जो कि 8 जुलाई तक रहेगा। फिर 10 जुलाई को देवशयन होने से चातुर्मास (Chaturmas) शुरू हो जाएगा और 20 नवंबर तक शादियों के लिए मुहूर्त नहीं रहेंगे। इसके बाद 21 नवंबर से 14 दिसंबर तक सिर्फ 9 ही विवाह मुहूर्त होंगे। इस साल जनवरी और फरवरी में 5-5 विवाह मुहूर्त रहेंगे उसके बाद फिर अप्रैल में 6 दिन शादियां हो पाएंगी। वहीं, सबसे ज्यादा विवाह मुहूर्त मई में 13 और जून में 10 दिन रहेंगे। इसके बाद जुलाई और नवंबर में 4-4 दिन और दिसंबर में 5 विवाह मुहूर्त रहेंगे।
इस साल शुक्र दो बार अस्त हो रहा है। पहला, जनवरी में खरमास के समय और दूसरा अक्टूबर-नवंबर (October, November) में चातुर्मास के दौरान। इन दिनों के दौरान वैसे भी शादियों के मुहूर्त नहीं होते हैं। इसलिए शुक्र अस्त होने का महत्व नहीं होगा। इस तरह साल में कुल 55 दिन तक शुक्र अस्त रहेगा, लेकिन 23 फरवरी से 27 मार्च तक गुरु ग्रह के अस्त होने की वजह से इन दिनों होने वाले विवाह मुहूर्त पर असर पड़ेगा।
वसंत पंचमी (Vasant Panchami) पर शुभ मुहूर्त का विचार किए बिना शादियां की जा सकती हैं। इस बार ये पर्व 5 फरवरी को है। इस बार वसंत पंचमी पर शुक्र और गुरु ग्रह उदय रहने से विवाह मुहूर्त में रुकावट नहीं होगी। पिछले साल शुक्र अस्त होने के कारण वसंत पंचमी पर शादियों का मुहूर्त नहीं था। लोक परंपरा के चलते उत्तराखंड सहित देश के कई हिस्सों में वसंत पंचमी पर विवाह होते हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved