नई दिल्ली (New Delhi)। ऑस्ट्रेलिया के तूफानी बल्लेबाज (Australia’s stormy batsman) ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने विश्व कप (World Cup) में इतिहास रच दिया। उन्होंने बुधवार (25 अक्तूबर) को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में नीदरलैंड (Netherlands) के खिलाफ 40 गेंद में शतक (fastest century in World Cup history) लगा दिया। यह विश्व कप इतिहास का सबसे तेज शतक है। मैक्सवेल ने दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के एडेन मार्करम (Aiden Markram) का रिकॉर्ड तोड़ा। संयोग कि बात है कि मार्करम ने इसी विश्व कप में यह रिकॉर्ड बनाया। मैक्सवेल ने 19 दिन में ही उन्हें पीछे छोड़ दिया।
मैक्सवेल ने नीदरलैंड के खिलाफ तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी की। उन्होंने मैदान के चारों तरफ शॉट लगाया। 44 गेंद पर उन्होंने 106 रन बनाए। मैक्सवेल ने अपनी पारी में नौ चौके और आठ छक्के लगाए। उनकी पारी की बदौलत कंगारू टीम ने 50 ओवर में आठ विकेट पर 399 रन बना लिए। मैक्सवेल के अलावा ओपनर बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने 93 गेंद पर 104 रन की पारी खेली।
वनडे क्रिकेट का चौथा सबसे तेज शतक
मैक्सवेल ने विश्व कप का सबसे तेज शतक लगाया लेकिन वह वनडे क्रिकेट में इस मामले में पहले स्थान पर नहीं आ सके। उन्होंने वनडे क्रिकेट का चौथा सबसे तेज शतक जड़ा। इस मामले में दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स पहले स्थान पर हैं। उन्होंने 2015 में जोहानिसबर्ग में वेस्टइंडीज के खिलाफ 31 गेंद पर शतक लगाया था। 2014 में न्यूजीलैंड के कोरी एंडरसन ने वेस्टइंडीज के खिलआफ क्वींसटाउन में 36 गेंद और पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी ने श्रीलंका के खिलाफ 1996 में नैरोबी में 37 गेंद पर शतक लगाया था।
मैक्सवेल और कमिंस ने तोड़ा चार साल पुराना रिकॉर्ड
ग्लेन मैक्सवेल और कप्तान पैट कमिंस ने सातवें विकेट के लिए 44 गेंद पर 103 रन की साझेदारी की। दोनों ने मिलकर चार साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। यह सातवें या उससे नीचे के विकेट के लिए विश्व कप में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की सबसे बड़ी साझेदारी है। 2019 में नाथन कूल्टर नाइल और स्टीव स्मिथ ने नॉटिंघम में वेस्टइंडीज के खिलआफ 102 रन जोड़े थे।
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