- चरक अस्पताल जननी सुरक्षा योजना का लाभ दिलाने में भी आगे-शहर में 1837 और ग्रामीण में 2127 महिलाएँ लाभान्वित
उज्जैन। सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रसूति सहायता योजना में एक जनवरी 2023 से अब तक 1421 गर्भवती महिलाओं को 2.27 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि प्रदान की जा चुकी है। यह आंकड़ा सिर्फ चरक अस्पताल में डिलेवरी कराने वाली महिलाओं का हैं।
उल्लेखनीय यह है कि सरकारी अस्पतालों में डिलेवरी बढऩे और बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए प्रसूति सहायता योजना शुरू हुई थी। योजना के अंतर्गत गर्भवती को दो किस्तों में 16 हजार रुपए की राशि दी जाती है। चार हजार रुपए डिलेवरी के पहले, ताकि गर्भवती महिला और उसके बच्चे को उचित पोषण आहार मिल सके। वहीं डिलेवरी के बाद 12 हजार रुपए दिए जाते हैं, ताकि जच्चा-बच्चा को संपूर्ण खुराक मिल सके और बच्चा कुपोषण का शिकार न हो। इस योजना का लाभ केवल उन महिलाओं को मिलता हैं जो गरीबी रेखा के नीचे आती है। यानी जिनका गरीबी रेखा या संबल कार्ड बना हुआ होता हैं। जननी सुरक्षा योजना के तहत ग्रामीण एवं शहरी दोनों प्रकार की गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पताल में डिलेवरी कराने पर अलग-अलग प्रोत्साहन राशि सरकार द्वारा प्रदान की जा रही है जिसमें ग्रामीण इलाके की गर्भवती महिलाओं को 1400 रुपए एवं शहरी क्षेत्र की महिलाओं को 1000 रुपए दिए जाते हैं। साथ ही इस योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए सरकारी अस्पतालों पर संदर्भित करने के लिए आशाओं को भी प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है जिसमें प्रति प्रसव ग्रामीण क्षेत्रों में 600 रुपए एवं शहरी क्षेत्रों के लिए प्रति प्रसव 400 रुपए आशाओं को दिए जाते हैं। इस योजना का लाभ दिलाने में भी चरक अस्पताल प्रभावी ढंग से काम कर रहा हैं। रिकॉर्ड के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2023-24 में शहर की 1837 महिलाओं को 18 लाख 37 हजार रुपए मिले, वहीं उज्जैन ग्रामीण की 2127 महिलाओं को 29 लाख 77 हजार 800 रु की सहायता सरकार से मिली है।