जबलपुर। 31 मार्च से आईपीएल 2023 का आगाज होने वाला है। आईपीएल प्रारंभ होने के साथ ही सट्टे भी लेकर अभी से सटोरियों ने तैयारियां शुरू कर ली है। कुछ ने अलग से घर ले लिए हैं तो कुछ नए नंबर । इसी कड़ी में एक शहर के बहुत पुराने सटोरीये ने अभी से व्हाट्सएप पर अपनी पूरी प्रोफाइल बनाकर सोशल मीडिया का पोस्टर तैयार करके अपना प्रचार प्रसार शुरू कर दिया है। लगातार युवाओं को अभी से अपनी प्रोफाइल से प्रलोभन देकर मैच सट्टे की ओर आकर्षित करने की तैयारी में लगा हुआ है।
क्या है मामला
अखिल चावला नाम का सटोरिया जो कि पूर्व में भी सट्टे के मामले में गिरफ्तार हो चुका है, बाकायदा व्हाट्सएप में स्क्रीनशॉट में दिलेरी से अपनी फोटो के साथ डाल रहा है। महाकाल एप की एक आईडी पुराने सटोरिए गुरमुख की है। अखिल चावला उसी का गुर्गा है। इसके पूर्व भी ओमती थाने में मामला भी दर्ज हो चुका हे। व्हाट्सएप स्क्रीनशॉट में महाकाल ऑनलाइन सट्टेबाजी का भी प्वाइंट दिखाई दे रहा है अर्थात अखिल चावला महाकाल ऑनलाइन आईडी लेकर सट्टा खिलाने की तैयारी में है। इसके अलावा किसी का 35000 रुपए का आनलाइन ट्रांजेक्शन होना दिख रहा है। और बीच एक फोटो दिखाई दे रही है।
क्या है महाकाल ऑनलाइन आईडी
ऑनलाइन सट्टा शहर में तेजी से पैर पसार चुका है। ऑनलाइन सट्टेबाजी में महादेव बुकए डायमंड ऐप प्रमुख हैं। इनके जरिए इन दिनों आईपीएल की ऑनलाइन सट्टेबाजी खिलाने की जमकर तैयारी है। मास्टर आईडी से सब आईडी बनाकर सट्टा खिलाया जा रहा है। गुरमुख की गैंग से पुलिस ने जब कुछ सटोरियों को पकड़ा था। इनमें से दो के मोबाइल में महादेव ऐप था। महाकाल ऑनलाइन बुक को व्यापक रूप से भारत की प्रमुख आईपीएल सट्टेबाजी वेबसाइट के रूप में माना जाता है। महाकाल ऑनलाइन आईडी पर हमारा लक्ष्य सर्वश्रेष्ठ आईपीएल सट्टेबाजी साइट बनने के हर पहलू को शामिल करना है, साथ ही आपको दांव लगाने की अनुमति भी है।
खुलेआम पुलिस को दे रहा चुनौती
इसके पूर्व भी पुलिस द्वारा सटोरियों पर आईपीएल के दौरान कई प्रकार से कार्यवाही की गई है। परंतु जिस प्रकार से मैच सटोरिए अखिल चावला द्वारा खुले तौर पर अपनी आईडी का प्रचार प्रसार व्हाट्सएप के माध्यम से किया जा रहा है, वह कहीं ना कहीं पुलिस प्रशासन को लगातार चुनौती दे रहा है और पुलिस की नाकामी को भी दिखा रहा है। 31 मार्च की पूर्व अखिल द्वारा अपने बहुत से क्लाइंटो को इस आईडी से जोड़ लेगा और शहर के कुछ बेरोजगार युवाओं को भी अपने इस अनैतिक कार्य में लगा कर उनकी भविष्य को खराब करने की तैयारी में हैं। अब देखना रोचक होगा कैसे खुलेआम सटोरी द्वारा अपनी सट्टे की दुकान चलाने पर पुलिस प्रशासन क्या रूख इख्तियार करती हैं?
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