नई दिल्ली। दिल्ली के मुंडका इलाके (Mundka area of Delhi) में शुक्रवार शाम को एक चार मंजिला इमारत में भीषण आग (major fire in a four-storey building) लग गई। घटना में देर रात तक 26 लोगों की मौत (26 people died till late night) हो गई है। मौके पर पहुंची दमकल की कई गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हुई हैं। इसके अलावा पुलिसकर्मी भी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। इमारत में कई कंपनियों के कार्यालय और फैक्टरी हैं। आग लगने के बाद इन कार्यालय में काम करने वाले कई लोग इमारत में फंस गए।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से राहत और बचाव का काम शुरू किया। इस दौरान 50 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। देर रात तक इमारत में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।
बाहरी जिला डीसीपी समीर शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि यह इमारत चार मंजिला है, जिसका इस्तेमाल व्यावसायिक तौर पर कंपनियों को ऑफिस स्पेस मुहैया कराने के लिए किया जाता है।
उन्होंने बताया कि आग में फंसे 50 से अधिक लोगों को बचा लिया गया है। वहीं बचाव दल ने अब तक 26 शवों को बरामद किया है। उन्होंने बताया कि 12 लोग घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 30 से ज्यादा गाड़ियों को लगाया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आग इमारत की पहली मंजिल से शुरू हुई, जहां पर सीसीटीवी कैमरों और राउटर निर्माण कंपनी का कार्यालय है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब 4.45 बजे मुंडका के चार मंजिला व्यवसायिक इमारत में आग लगने की जानकारी मिली। इस इमारत में कई कंपनियों के कार्यालय हैं। आग लगने के दौरान इन कार्यालय में कई लोग मौजूद थे। कुछ ने आग लगते ही वहां से भागने की कोशिश की, लेकिन ज्यादातर लोग आग में फंस गए। पहली मंजिल पर लगी आग तुरंत ऊपर की मंजिलों में फैल गई। इमारत से आग की लपटें निकलने लगी। आग लगने की सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और राहत बचाव का काम शुरू कर दिया।
इससे पहले स्थानीय लोग भी लोगों को बचाने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस कर्मियों ने इमारत की खिड़कियां तोड़कर वहां फंसे लोगों को रस्सी की मदद से बाहर निकाला।
आग लगते ही मची अफरा-तफरी
स्थानीय लोगों ने बताया कि पहली मंजिल में आग लगते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। इमारत में फंसे लोग बाहर निकलने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे। बताया जा रहा है कि जनरेटर से आग लगी और धुंआ की वजह से लोग कुछ देख नहीं पा रहे थे। कुछ लोगों ने ऊपर से छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। कुछ मिनटों में ही इमारत में आग लगने की जानकारी मिलते ही आस पास के सैकड़ों लोग वहां पहुंच गए। लोगों ने इमारत में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश करने लगे। सड़क के आस पास काफी भीड़ जमा हो गई। जिसकी वजह से वहां जाम लग गया। वहां पहुंचने वाले कुछ ऐसे भी लोग थे जिनके अपने इमारत में स्थित कंपनी में काम करते थे। वह अपने परिचितों से फोन कर उनका हालचाल जानने की कोशिश कर रहे थे, जानकारी नहीं मिलने पर वह पुलिस के पास पहुंच रहे थे और जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे थे। लोग यह जानने की कोशिश कर रहे थे कि कितने लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है। लोगों की भीड़ की वजह से राहत कार्य में भी दिक्कत आ रही थी। बाद में पुलिस ने लोगों को घटनास्थल से दूर हटाया और राहत कार्य में जुट गए।
इमारत में चल रही थी बैठक
जांच के दौरान पता चला है कि घटना के समय तीसरी मंजिल पर एक कंपनी की बैठक चल रही थी। लोगों के मुताबिक बैठक में काफी लोग मौजूद थे। आशंका जताई जा रही है कि आग लगने के बाद कुछ लोग वहां फंस गए थे। बताया जा रहा है कि बैठक में शामिल कुछ लोग लापता भी हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इमारत से कई शव मिल सकते हैं।
मेट्रो संचालन भी हुआ प्रभावित
यह इमारत रोहतक रोड के किनारे ही स्थित है। ऐसे में आग की लपटें ऊपर उठने के दौरान मेट्रो का परिचालन भी कुछ समय के लिए अवरुद्ध हो गया। बाद में आग को नियंत्रित करने के बाद परिचालन फिर से शुरू किया गया। (एजेंसी, हि.स.)
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