काबुल। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी (Afghan President Ashraf Ghani) के देश छोड़ने के साथ तालिबानी लड़ाके (Taliban fighters) काबुल में घुस गए हैं। वहीं, काबुल एयरपोर्ट (Kabul airport) पर भीषण आग लगने की सूचना है। उधर, अमेरिका ने अपने नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर छिपने की सलाह दी है।
काबुल में अमेरिकी दूतावास ने रविवार को एक सुरक्षा अलर्ट में कहा है कि अफगान राजधानी में सुरक्षा की स्थिति तेजी से बदल रही है। इसमें एयरपोर्ट भी शामिल है, ऐसे में लोग सुरक्षित और सतर्क रहें। सभी से अपने फार्म को भरकर जल्द से जल्द जमा करने को कहा गया है ताकि बच्चों व महिलाओं समेत उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजा जा सके। यह भी कहा गया है कि वे दूतावास में फोन न करें।
काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास में अमेरिका के झंडे को झुका दिया गया है और दूतावास को अंतिम रूप से खाली करने का संकेत भी दिया गया है। इसके पहले गुरुवार को अमेरिका ने कहा था कि वह दूतावास नहीं छोड़ेगा लेकिन तीन दिन बाद वह इसे पूरी तरह से खाली करने की बात कह रहा है।
इससे पहले जलालाबाद पर तालिबान के कब्जे के साथ ही अमेरिकी दूतावास में हलचल तेज हो गई थी। अमेरिकी दूतावास के निकट राजनयिकों के बख्तरबंद एसयूवी वाहन निकलते दिखे और साथ ही विमानों की लगातार आवाजाही भी देखी गई। यह भी खबरें सामने आई हैं कि अधिकारियों ने यहां संवेदनशील दस्तावेज जलाने शुरू कर दिए हैं।
अमेरिकी-ब्रिटिश सैनिक नाराज
चेक गणराज्य ने भी अपने दूतावास से अफगान कर्मियों को निकालने की योजना को मंजूरी दे दी है। इससे पहले उसने अपने राजनयिकों को काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचा दिया। वहीं, ब्रिटेन और अमेरिका के सैनिकों ने अपनी सरकारों के एक्शन पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने सवाल किया है कि इतने साल तक युद्ध में उनके साथियों की जान बलिदान करने के बाद अब इस तरह देश को तालिबान के हाथ में छोड़कर वापसी कैसे की जा सकती है। (एजेंसी, हि.स.)
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