नई दिल्ली। भारत में मारुति, हुंडई, टाटा जैसे बड़ी कंपनियों को टक्कर देने के लिए टोयोटा लगातार अपनी स्थिती को मजबूत कर रही है। अब टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और टोयोटा ग्रुप की अन्य कंपनियों ने जानकारी देते हुए कहा कि वे इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) में इस्तेमाल होने वाले डिवाइस के लोकल लेवल पर प्रोडेक्शन के लिए कर्नाटक में लगभग 4,800 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (TKM) टोयोटा किर्लोस्कर ऑटो पार्ट्स (TKAP) के साथ मिलकर 4,100 करोड़ रुपये लगाएगी। वहीं एक अन्य कंपनी टोयोटा इंडस्ट्रीज इंजन इंडिया (TIEI) 700 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट करेगी। टीकेएम और टीकेएपी ने शनिवार को इस संबंध में कर्नाटक सरकार के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
टीकेएम के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट विक्रम गुलाटी ने कहा कि टोयोटा ग्रुप और टीआईईआई मिलकर लगभग 4,800 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट करेंगे। हम ऐसा ‘गो ग्रीन, गो लोकल’ को लेकर कर रहे हैं और हमारा उद्देश्य प्रदूषण में तेजी से कमी लाने के मिशन में योगदान देना है।
उन्होंने कहा कि ईवी डिवाइस का लोकल लेवल पर मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के अलावा जॉब्स और लोकल कम्यूनिटी के डेवल्पमेंट को बढ़ावा देगा। गुलाटी ने कहा कि टीकेएम और टीकेएपी मिलकर करीब 3,500 नए रोजगार देंगी। सप्लाई चेन डेवल्प होने के साथ ही यह संख्या और बढ़ेगी।
इस मौके पर टीकेएम के वाइस चेयरमैन विक्रम एस किर्लोस्कर ने कहा कि टोयोटा ग्रुप की कंपनियों ने पहले ही 11,812 करोड़ रुपये का निवेश किया है और 8,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। इस एमओयू पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और किर्लोस्कर ने हस्ताक्षर किए है। इस मौके पर राज्य के लार्ज और मिडियम इंडस्ट्री मंत्री मुरुगेश आर निरानी भी मौजूद थे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved