फौज में तैनात खापड़ गांव के अनूप कुमार (23) का अंतिम संस्कार शहीदी, राजकीय सम्मान के साथ गुरुवार को हुआ। गनमीन माहौल में शहीद को अंतिम विदाई दी गई। शहीद की अंतिम यात्रा में गांव के साथ-साथ आस-पास के गांवों से लोग अंतिम विदाई देने पहुंचे। अनूप कुमार की मंगलवार को करंट लगने से मौत हो गई थी। वो पंजाब के फरीदकोट में 102 मिडिल रेजिमेंट में तैनात था। घास काटने की मशीन में करंट आने से उसका निधन हो गया।
जयकारों से दी अंतिम विदाई
अनूप कुमार का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ घर पहुंचा। यहां पर उनके परिवार ने अनूप कुमार के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए। अनूप अविवाहित था जो अपने पीछे पिता, मां, एक बड़ा भाई, दो बड़ी बहनों को छोड़ गया।
अनूप के चचेरे भाई नरेश ने बताया कि उनके परिवार को मंगलवार को फोन से इस हादसे की जानकारी मिली। करीब तीन साल पहले अनूप सेना में गया था। लॉकडाउन से पहले वह छुट्टी आया हुआ था। 17 जून को वापिस ड्यूटी पर गया था। ग्रामीणों ने बताया कि अनूप बड़ा मिलनसार स्भाव का था। जब भी वो गांव में छुट्टी पर आता तो गांव के लोगों से मिलता था। फौज के बारे में भी अपने साथियों को बताता था।
2018 से था तोपखाना में कार्यरत
यूनिट सूबेदार मेजर सुनील ने बताया कि अनूप कुमार को रेजीमेंट के जवानों द्वारा शहीदी सम्मान दिया गया। अनूप कुमार रेजीमेंट ऑफ आर्टिलरी के 102 मध्य तोपखाना में 2018 से कार्यरत था। मंगलवार को अनूप कुमार का सैन्य कर्तव्य निर्वाहन के दौरान आकस्मिक निधन हो गया। प्राथमिक उपचार के लिए सैनिक अस्पताल ले जाया गया। जहां ने डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। सैन्य अस्पताल से रेजीमेंट में लाया गया। जहां उन्हें स्टेशन प्रमुख, रेजीमेंट प्रमुख एवं सभी पदों के द्वारा सैन्य कार्रवाई से श्रद्धाजंलि अर्पित की गई।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved