नई दिल्ली। भारत के कई हिस्सों में बहुत से सामाजिक वर्गों पर आज भी अंधविश्वास (Superstition) हावी है। देश में कई ऐसी परंपराएं हैं, जिन्हें सुन कर या देख कर लोग हैरान रह जाते हैं। ऐसी ही एक अजीबोगरीब परंपरा देखने को मिली है ओडिसा (Odisha) की हो जनजातियों में। ओडिशा के मयूरभंज जिले में हो (Ho) जनजाति की एक परंपरा भी अंधविश्वास (Superstition) से जुड़ी हुई है। यहां दो बच्चों की शादी (Child Marriage) कुत्ते से कर दी गई। इसके पीछे की वजह बस इतनी थी कि इन बच्चों के ऊपर के दांत पहले आ गए थे।
Odisha: Members of a tribal community in Mayurbhanj’s Gambharia village allegedly married two children to dogs as they started teething through upper gums.
“We will take steps to create awareness in the area,” says Mayurbhanj Superintendent of Police
(25.01.2021) pic.twitter.com/2onULb6TAp
— ANI (@ANI) January 26, 2021
ओडिसा (Odisha) की इस जनजाति में बच्चों के यदि ऊपर के दांत पहले आ जाएं तो उनकी शादी कुत्तों से करवा देने की परंपरा है। ऊपर के दांत पहले आना इस प्रजाति की परंपरा में ‘अपशगुन’ माना जाता है। यदि किसी लड़के के ऊपर के दांत पहले आएं तो मादा और लड़की हो तो नर पिल्ले के साथ शादी की जाती है। इस जिले के सुकरौली ब्लॉक (Sukrauli Block) के अंतर्गत आने वाले गम्भरिया गांव में दो परिवारों ने अपने बेटों की शादी एक मादा कुत्ते से कर दी क्योंकि दोनों बच्चों के ऊपर के दांत (Teeth) आने शुरू हो गए थे।
डेबेन चत्तर और नोरेन पूर्ति ने अपशगुन को दूर करने के लिए इस परंपरा का का पालन किया। इस अजीबोगरीब परंपरा (Weird Superstition) को मकर संक्रांति से शिवरात्रि (Shivratri) के बीच पूरा किया जाता है। इस समुदाय में यह परंपरा कई पीढ़ियों से चल रही है। पूर्ति ने गांव में अपने बेटे का ‘विवाह’ समारोह आयोजित किया। इसमें दोनों बच्चों को दूल्हा और मादा कुत्ते को दुल्हन के रूप में ट्रीट किया गया। इस समारोह में गांव के अन्य लोग भी शामिल हुए थे। इतना ही नहीं, इस विवाह को बड़ी धूमधाम से आयोजित किया गया था।
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