नई दिल्ली। पाकिस्तानी जासूस (Pakistani spy) से संपर्क होने के शक में आगरा से सैन्य खुफिया एजेंसी (military intelligence agency from Agra) ने सेना के कई सैन्य कर्मियों को हिरासत में लिया है। एक पाकिस्तानी जासूस इन जवानों से सेना की गोपनीय जानकारी लेने के लिए संपर्क में था। जासूसी का संदेह होने पर इन जवानों पर सख्त निगरानी रखी जा रही थी। आगरा में इन जवानों को हाल ही में खुफिया एजेंसी ने सक्रिय कार्रवाई के आधार पर खोजा था। हिरासत में लिए गए सैन्य कर्मियों से पूछताछ कर इनके पूरे नेटवर्क को खंगालने की कोशिश की जा रही है।
सूत्रों ने कहा कि आगरा स्थित एक सैन्य ठिकाने के कुछ जवान किसी पाकिस्तानी जासूस के संपर्क में थे। इस बात की भनक लगने पर सैन्य खुफिया एजेंसी सक्रिय हो गई और लगातार इन सैन्य कर्मियों पर निगरानी रख रही थी। खुफिया एजेंसियों की सतर्कता के चलते यह कोई भी गोपनीय जानकारी लीक कर पाते कि इससे पहले ही इन्हें हिरासत में ले लिया गया। हालांकि कितने सैन्य कर्मियों को जांच के घेरे में लिया गया है, इसका खुलासा नहीं किया गया लेकिन वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने दोहराया है कि इसमें शामिल पाए जाने वाले सभी कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पाकिस्तान और चीन से लगती सीमा की देखरेख का जिम्मा संभालने वाली भारतीय सेना की उत्तरी कमान से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारियां लीक होने का मामला इसी साल फरवरी माह की शुरुआत में सामने आया था।
सूत्रों का कहना है कि खासकर सैन्य क्षेत्रों में ऐसे एजेंटों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए लगातार निगरानी रखी जा रही है। खुफिया एजेंसियों को लगातार जानकारी मिल रही है कि दुश्मन देश के जासूस भारतीय सेना की गतिविधियों के बारे में जानकारी हासिल करने के प्रयास कर रहे हैं। अभी दो माह पहले जुलाई में पोखरण से आईएसआई जासूस हबीब खान को गिरफ्तार किया गया था। उसके पास पिछले कई साल से पोखरण के सैन्य क्षेत्र में सब्जी की आपूर्ति करने का ठेका था। उसके कबूलनामे पर मिलिट्री इंटेलिजेंस ने आगरा स्थित एक सैन्य ठिकाने के कई लोगों को राडार पर लिया था। हबीब खान के पास से बरामद दस्तावेज आगरा में तैनात सेना के जवान परमजीत ने दिए थे जिसे आगे कमल नाम के एक शख्स को सौंपना था। इसकी पुष्टि होने पर सैन्य खुफिया ने सेना के जवान परमजीत को गिरफ्तार किया था।
पिछले कुछ साल में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जिसमें आईएसआई जासूस अलग-अलग माध्यमों से सेना के जवानों से संपर्क साधने की कोशिश करते हैं। इसके बाद वह इन जवानों से सेना की गोपनीय जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं। अभी 10 सितम्बर को राजस्थान की सीआईडी ने आईएसआई की जासूसी में जयपुर स्थित रेलवे डाक सेवा के एमटीएस कर्मी को गिरफ्तार किया है। यह डाक कर्मचारी पाकिस्तानी गुप्तचर एजेंसी की महिला एजेंट के हनीट्रैप में फंसकर भारतीय सेना के सामरिक महत्व के गोपनीय दस्तावेज की फोटो खींचकर व्हाट्सएप से पाक हैंडलर को भेज रहा था। पिछले साल फरवरी में एक जासूसी मामले में भारतीय नौसेना के 13 जवानों को गिरफ्तार किया गया था। (एजेंसी, हि.स.)
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