कोच्चि । देश को दहलाने की अल कायदा की साजिश को नाकाम करने वाली राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने केरल की एक अदालत को बताया कि इस मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपित मुर्शीद हसन दक्षिण और पूर्वी भारत के कई जगहों पर गया था। वह अल कायदा की हिंसक विचारधारा से बहुत अधिक प्रभावित था।
एर्नाकुलम की प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट-दो को एनआइए ने बताया कि उसे विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि कुछ संदिग्ध देश में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए धन एकत्र करने के साथ ही युवाओं को अपने गिरोह में शामिल कर रहे हैं।
एनआइए ने कहा है कि गिरफ्तार संदिग्धों के अलावा भी कई लोग देश में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रचने में शामिल हैं। एजेंसी ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों को दिल्ली की विशेष अदालत में पेश किया जाना है और ट्रांजिट रिमांड की मांग की। इसके बाद अदालत ने एनआइए की मांग मंजूर करते हुए सभी आरोपितों को ट्रांजिट रिमांड में भेज दिया।
गौरतलब है कि भारत में अपना ठिकाना बनाने की अल कायदा के मंसूबे को नाकाम करते हुए एनआइए ने उसके नौ संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था। एनआइए ने 18-19 सितंबर की रात को केरल के एर्नाकुलम और बंगाल के मुर्शीदाबाद में ताबड़तोड़ छापेमारी कर इनकी गिरफ्तारी की थी। इनमें से मुर्शीद हसन समेत तीन को एर्नाकुलम से और बाकी को मुर्शीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था।
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