रांची । चौथी बार झारखंड के सीएम की शपथ लेने के साथ ही (After taking Oath as CM of Jharkhand for the fourth time) हेमंत सोरेन के नाम पर (On the name of Hemant Soren) कई रिकॉर्ड दर्ज हो गए (Many Records were Registered) ।
वह राज्य के 24 वर्षों के अब तक के इतिहास में चार बार सीएम पद की शपथ लेने वाले पहले राजनेता बन गए । इसके पहले उनके पिता शिबू सोरेन और भारतीय जनता पार्टी के अर्जुन मुंडा तीन-तीन बार सीएम की कुर्सी पर बैठ चुके हैं । हेमंत सोरेन ने पहली बार 13 जुलाई 2013 को झामुमो, कांग्रेस, राजद गठबंधन के सहयोग से बनी सरकार में सीएम पद की शपथ ली थी । इस सरकार का कार्यकाल 23 दिसम्बर 2014 तक था । दूसरी बार उन्होंने 29 दिसम्बर 2019 को शपथ ली थी । 31 जनवरी 2024 को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था । जमानत पर बाहर आने के बाद 4 जुलाई 2024 को उन्होंने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली थी ।
हेमंत सोरेन का नाम झारखंड के ऐसे पहले सीएम के तौर पर दर्ज हो रहा है, जिन्होंने लगातार दूसरी बार सरकार में वापसी की है। इसके पहले यहां कोई भी सरकार रिपीट नहीं हुई है। हेमंत सोरेन झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाने वाले पहले सीएम बनने जा रहे हैं। उनके नेतृत्व वाले गठबंधन को 56 सीटों पर जीत हासिल हुई है। झारखंड में सीएम की कुर्सी पर सबसे अधिक 2210 दिनों तक बैठने का रिकॉर्ड अर्जुन मुंडा के नाम है। उनके बाद हेमंत सोरेन ने सीएम के तौर पर अब तक 2169 दिन का कार्यकाल व्यतीत किया है। चौथी पारी में सीएम के तौर पर 40 दिन गुजरते ही वह इस कुर्सी पर सबसे अधिक समय तक बैठने वाले नेता बन जाएंगे। हेमंत सोरेन के नाम एक रिकॉर्ड इस मायने में भी बन रहा है कि वह राज्य के पहले सीएम हैं, जिनकी पत्नी कल्पना सोरेन बतौर विधायक विधानसभा में विश्वासमत के दौरान सरकार के पक्ष में मतदान करेंगी।
हेमंत सोरेन के चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद सरकार एक्शन मोड में आ जाएगी। सोरेन शपथ ग्रहण के बाद प्रोजेक्ट भवन स्थित झारखंड मंत्रालय के अपने दफ्तर में जाकर कार्यभार संभालेंगे। इसके बाद मंत्रालय में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम में वह सेना के एक शहीद अग्निवीर के आश्रित को सरकारी नौकरी में नियुक्ति का पत्र और उनके परिजनों को 10 लाख रुपए के मुआवजे का चेक सौंपेंगे। इस आशय का पत्र सरकार के उप सचिव ओम प्रकाश तिवारी के हस्ताक्षर से जारी किया गया है। सेना में अग्निवीर के तौर पर सेवारत झारखंड के बोकारो जिला अंतर्गत चंदनकियारी प्रखंड की सिलफोर पंचायत के फतेहपुर निवासी अर्जुन कुमार महतो 22 नवंबर को असम के सिलचर में एक मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे।
लंकेश्वर महतो के पुत्र अर्जुन कुमार महतो की अग्निवीर जवान के तौर पर 2023 में बहाली हुई थी। हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार के कैबिनेट ने पूर्व में ही ड्यूटी के दौरान शहीद या दिवंगत होने वाले अग्निवीर जवानों के एक आश्रित को सरकारी नौकरी और दस लाख मुआवजा देने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। पूरे देश में किसी शहीद अग्निवीर के आश्रित को सरकारी नौकरी प्रदान किए जाने का संभवत यह पहला मामला है।
हेमंत सोरेन झारखंड के पहले नेता हैं, जो सीएम के तौर पर चौथी बार शपथ लेने जा रहे हैं। उन्होंने पहली बार 13 जुलाई 2013 को झामुमो, कांग्रेस, राजद गठबंधन के सहयोग से बनी सरकार में सीएम पद की शपथ ली थी। इस सरकार का कार्यकाल 23 दिसम्बर 2014 तक था। दूसरी बार उन्होंने 29 दिसम्बर 2019 को शपथ ली थी। 31 जनवरी 2024 को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्हें सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। जमानत पर बाहर आने के बाद 4 जुलाई 2024 को उन्होंने तीसरी बार सीएम पद की शपथ ली थी।
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